पटना;आज आई डबल्यू सी पटना वनश्री ने गांधी जयंती स्लम के बच्चों के साथ मनाया.आज देश के लिए बहुत ही पावन अवसर है. दो महापुरुषो महात्मा गांधी और देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का आज जन्मदिवस है. महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलना सिखाया. वही लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान जय किसान का नारा दिया. इन्हीं महापुरुषों के विचार की और एक कदम बढाते हुए खादी को सपोर्ट करते हुए क्लब की सभी सदस्या ने एक रैम्प वॉक किया.
क्लब की सचिव जयंती झा ने कहा कि हम सभी खादी को अपनाएं, प्लास्टिक का उपयोग न करें .क्लब की अध्यक्षा महिमा शर्मा ने कहा कि जितना हो सके स्वदेशी अपनाएं. फिर आज के अवसर को देखते हुए शास्त्री जी के विचार की ओर एक कदम क्लब ने बढ़ाया और उन बच्चों के बीच गये जिनके माता पिता खेतों में दैनिक मजदूरी का काम करते हैं, जो बमुश्किल दो समय का खाना का बंदोबस्त कर लें यही बहुत है.उनके बच्चों को अजवां गांव के कुछ नवयुवक जिनकी खुद ही अभी अपना कैरियर संभालने का उम्र है, वो नवयुवक उन मजदूर के बच्चों के लिए बहुत परिश्रम निःस्वार्थ सेवाभाव से करते हैं.नवीन प्रकाश वर्मा,राकेश ,प्रवीण, नीतीश,रवि,राजू,विकाश, अमित ये सभी नवयुवक जो खुद के भविष्य को संभालने के साथ-साथ उन बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए भी मेहनत करते हैं सहयोग करते है.क्लब की ओर से इन्हें सलाम है. हमें भी आज सुअवसर प्राप्त हुआ उन बच्चों के लिए कुछ करने का. क्लब की आईएसओ प्रियंका शर्मा ने बच्चों के बीच कुछ प्रतियोगिता भी कराया. सबने कुछ न कुछ अपनी प्रतिभा को दिखाया. वहीं वनश्री क्लब की सचिव जयंती झा ने शिक्षा का महत्व बच्चों को बताया.वही क्लब के ओर से उन नवयुवकों को गीता और कुछ नैतिकता से जुड़ी पुस्तके भेंट की गई. ताकि वो भी पढे और बच्चों को भी ज्ञान दें.प्रखर बच्चों को क्लब की आइ एस ओ प्रियंका शर्मा ने मेडल से सम्मानित किया और कॉपी, पेन, स्लेट ,चॉक, बिस्किट, टॉफी वनश्री क्लब के तरफ से बच्चों को दिया गया. वहीं एक बुजुर्ग का सम्मान करते हुए उनसे केक कटवाया गया.क्लब के सभी सदस्यों ने ये अनमोल पल खुब इंजॉय किया. बच्चों से बातें हंसी मस्ती कर खुब आनंद उठाया और इस तरह आज के दिन को विशेष रूप से मनाया गया. वनश्री क्लब की अध्यक्षा महिमा शर्मा ने कहा कि सच्ची सेवा मानवता धर्म को निभाना ही है , और . जितना बन सकेगा हम हरसंभव कोशिश करेंगे इसे निभाने की. ट्रेजरर नीतू सिंह ने कहा कि बहुत ही सुकून मिलता है जब हम ऐसे कार्य को दिल से करती हैं, लगता है जैसे मानव होने का कुछ तो फर्ज निभाया.