सम्पूर्ण विश्व समुदाय के लिये वरदान स्वरूप हैं गांधी – महामहिम राष्ट्रपति

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली – महात्मा गांधी सम्पूर्ण विश्व समुदाय के लिये एक वरदान हैं। उनके आदर्शों और मूल्यों ने पूरी दुनियां को एक नई दिशा दी है। उन्होंने उस समय अहिंसा का मार्ग दिखाया , जब विश्व युद्धों के दौर में दुनियां कई तरह की नफरत और कलह से पीड़ित थी। गांधी के सत्य और अहिंसा के प्रयोग ने उन्हें एक महान इंसान का दर्जा दिया। गांधी ने सार्वजनिक जीवन के साथ-साथ व्यक्तिगत जीवन में भी पवित्रता पर बहुत जोर दिया। उनका मानना था कि नैतिक शक्ति के आधार पर ही हिंसा का सामना अहिंसा के माध्यम से किया जा सकता है। उन्होंने रेखांकित किया कि आत्मविश्वास के बिना कोई भी विपरीत परिस्थितियों में दृढ़ता के साथ कार्य नहीं कर सकता है। आज की तेजी से बदलती और प्रतिस्पर्धी दुनिया में आत्मविश्वास और संयम की बहुत जरूरत है।
उक्त बातें महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज राजघाट पर महात्मा गांधी की बारह फूट ऊंची प्रतिमा का अनावरण और गांधी वाटिका का उद्घाटन करने के बाद संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा कि आज की तेजी से बदलती और प्रतिस्पर्धी दुनियां में आत्मविश्वास और संयम की बहुत जरूरत है। उन्होंने बताया कि गांधी की प्रतिमायें कई देशों में स्थापित हैं और दुनियां भर के लोग उनके आदर्शों में विश्वास करते हैं। उन्होंने नेल्सन मंडेला , मार्टिन लूथर किंग जूनियर और बराक ओबामा का उदाहरण देते हुये कहा कि कई महान नेताओं ने गांधीजी द्वारा दिखाये गये सत्य और अहिंसा के मार्ग को विश्व कल्याण का मार्ग माना। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनके बताये रास्ते पर चलकर ही विश्व शांति का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक भाई – चारे , सहयोग और शांति को प्रोत्साहित कर रहा है और जी-20 का नेतृत्व कर रहा है। राष्ट्रपति ने यह भी उम्मीद जताई कि जी-20 सम्मेलन में विदेशी प्रतिभागी गांधी दर्शन का भी दौरा करेंगे और गांधी के बारे में जानेंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी के आदर्श और मूल्य हमारे देश और समाज के लिये बहुत प्रासंगिक हैं। उन्होंने सभी से प्रयास करने का आग्रह किया ताकि प्रत्येक नागरिक , विशेषकर युवा और बच्चे गांधी के बारे में अधिक से अधिक पढ़ें और उनके आदर्शों को आत्मसात करें। उन्होंने कहा विभिन्न मुद्राओं में महात्मा गांधी की मूर्तियां स्थापित इस गांधी वाटिका में महात्मा गांधी की प्रतिमायें आगंतुकों , विशेषकर बच्चों को प्रेरित करेंगी। आगंतुकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिये गांधी वाटिका के भीतर एक सेल्फी प्वाइंट स्थापित किया गया है। गांधी वाटिका में महात्मा गांधी की कई मूर्तियां भी हैं जो उन्हें विभिन्न मुद्राओं में दर्शाती हैं। महामहिम ने कहा कि इस संबंध में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति और ऐसी अन्य संस्थाओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने आगे कहा कि वे किताबों , फिल्मों , सेमिनारों , कार्टूनों और अन्य मीडिया के माध्यम से युवाओं और बच्चों को गांधी के जीवन की शिक्षाओं के बारे में अधिक जागरूक करके गांधी के सपनों के भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और गांधी दर्शन के उपाध्यक्ष विजय गोयल उपस्थित थे।

राष्ट्रपति करेंगी आयुष्मान भव अभियान का शुभारंभ
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महामहिम राष्ट्रपति 13 सितंबर को आयुष्मान भव अभियान को भी लॉन्च करेंगी , ताकि सभी स्वास्थ्य योजनाओं का वितरण अंतिम छोर तक के लाभार्थियों को सुनिश्चित किया जा सके। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया द्वारा सभी कैबिनेट मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को लिखे गये एक पत्र के मुताबिक इस अभियान को 17 सितंबर से 02 अक्तूबर तक चलने वाले ‘सेवा पखवाड़े’ के दौरान पेश किया जायेगा। जिसके तहत स्वास्थ्य सेवा पहुंच और जागरूकता बढ़ाने के लिये कई गतिविधियों की योजना बनाई गई है। पत्र में मंडाविया ने कहा है कि ‘अंत्योदय’ के दृष्टिकोण का पालन करते हुये सभी के लिये स्वास्थ्य के लक्ष्य को हासिल करने के लिये हर गांव में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, भारत का सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का लक्ष्य तभी संभव होगा जब भारत का प्रत्येक गांव स्वस्थ होगा। विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने और हर गांव में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने के लिये स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने ‘आयुष्मान भव’ अभियान की योजना बनाई है।

Ravi sharma

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