वैशाली कलामंच द्वारा कलाकार मिलन सह आविर्ति पाठ का आयोजन-हाजीपुर

हाजीपुर- वैशाली कलामंच,हाजीपुर द्वारा पुराने साल(2019) की बिदाई एवं नए साल के आगमन के स्वागत में कलाकार मिलान सह आविर्ति पाठ का आयोजन किया गया,आज के कार्यकर्म की अध्यक्षता वैशाली कलामंच के कार्यालय प्रभारी मोहम्मद नसीम अहमद ने की,उन्होंने अपने संबोधन में उपस्थित कलाकरों को कलामंच से जुड़ी अबतक की पुरानी गीले शिकवे को भुलाते हुए,आने वाले नये साल में एकजुटता के साथ कला की दुनिया से जुड़ कर कार्य को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने की शुभकामना एवं दिशा निर्देश दिया।


उसके बाद शहर के चर्चित कलाकार विजय गुप्ता के द्वारा पंजाब के प्रसिद्ध कवि ” पाश ” की कविता का आविर्ति पाठ किया गया जिसके बोल ” सबसे खतरनाक है, हमारे सपनों का मर जाना।” धर्मवीर कुमार शर्मा द्वारा स्व रचित कविता ” बैठ चंद्रयान पर टोपी लिए कान पर , कवि गये चाँद पर घर छोड़ डायरी।
माहौल के मद्दनेजर रखते हुए पंडित उमेश तिवारी ने चर्चित कवि श्रद्धा जैन द्वारा रचित कविता का पाठ किया जिसके बोल मौसम बदला रुत बदली है, यूही नही दिलशाद हुवे, हिन्दू-मुस्लिम एक हुए जब, तब जाकर आजाद हुवे।रात के सारे अल्हड़ सपने, सुब्ह हुई तो टूट गए,कितने हंसमुख चेहरे रोए, कितने घर बर्बाद हुए।
मोहम्द जमील मास्टर द्वारा स्व रचित नगमा सुनाया जिसके बोल” फूलो के सुगंध सा कविता में छंद सा चंदा में प्रकाश जैसा, जुगनू में चमक के समान हूं, हा’ मैं हिंदुस्तानी मुस्लमान हूं। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि के रूप में श्री निकेत कुमार सिन्हा, प्रबोध तिवारी, सूर्यमित, बबलू सुल्तान, उमेश निराला, ज्ञानेश गौतम, प्रकाश गौतम, संजय दास एवं काफी संख्या में कलाकार उपस्थित हुए।
कार्यकर्म का संचालन उमेश तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन विजय गुप्ता ने किया।

Ravi sharma

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