मोदी मंत्रिमंडल का होगा विस्तार, सहयोगियों को मिलेगी जिम्मेदारी-नईदिल्ली

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं , इसके लिये नये मंत्रियों की सूची को भी लगभग अंतिम रूप दिया जा चुक है। जिनके मंत्री बनने की चर्चा है , वे सभी सांसद दिल्‍ली पहुंच चुके हैं। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहला विस्तार कल होगा। मोदी कैबिनेट में अभी 28 मंत्री पद खाली है और बताया जा रहा है कि आज 17 से 22 सांसदों को मंत्री पद की शपथ दिलायी जा सकती है। मोदी कैबिनेट के विस्तार में लगभग डेढ़ दर्जन नये मंत्रियों को शामिल किये जाने की संभावना है , वहीं पहले से अतिरिक्त प्रभार और ज्यादा मंत्रालय संभाल रहे कई मंत्रियों का बोझ भी कम किया जा सकता है।मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के गठन को दो साल से अधिक समय बाद होने जा रहे मंत्रिमंडल विस्तार पर पांच राज्यों में चुनाव को देखते हुये वहां के जातिगत और राजनीतिक समीकरण की छाप भी नजर आ सकती है। मंत्रिमंडल विस्तार में आगामी विधानसभा चुनाव वाले राज्यों का विशेष ध्यान रखा जायेगा।सूत्रों की मानें तो मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में एनडीए की गठबंधन सहयोगी जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के पारस गुट , अपना दल , अन्नाद्रमुक के नेताओं को भी जगह दी जा सकती है। साथ ही कहा कि उत्तरप्रदेश , महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के कुछ बीजेपी सांसदों को भी मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल किया जा सकता है। मोदी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों के साथ कई दौर की बैठक कर चर्चा कर चुके हैं। मंत्री पद हेतु कई नामों की चर्चा खूब है , खासतौर से उन पांच राज्‍यों के नेताओं के जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। केन्द्रीय कैबिनेट के लिये ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया , आसाम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल , वरुण गांधी , पशुपति पारस , सुशील कुमार मोदी , उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत , महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे , संतोष कुमार , भूपेंद्र यादव , दिनेश त्रिवेदी , अश्विनी वैष्‍णव , बैजयंत पांडा , प्रीतम मुंडे ,  मीनाक्षी लेखी , अनुप्रिया पटेल , स्‍वतंत्र देव सिंह , पंकज चौधरी , कैलाश विजयवर्गीय , अनिल जैन , राहुल कस्वां , राजीव चंद्रशेखर के नामों की चर्चा जोरों पर है। कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया के बीच दिल्ली में कई नेताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है।गौरतलब है कि जब मोदी सरकार बनी थी तो कुल 57 मंत्री बनाये गये थे , इनमें 24 कैबिनेट , नौ स्वतंत्र प्रभार और 24 राज्यमंत्री शामिल थे। हालांकि इनमें से कई मंत्रियों के पास एक से अधिक मंत्रालय हैं। शिवसेना एवं अकाली दल के अलग होने और रामविलास पासवान के निधन के बाद कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 21 रह गई है , इनमें एक राज्यमंत्री का भी निधन हुआ। इस प्रकार अभी कुल 53 मंत्री ही हैं, जबकि संविधान के अनुसार मंत्रियों की संख्या 79 तक हो सकती है। बीते एक साल से करोना के चलते मंत्रिमंडल विस्तार की स्थितियां नहीं बन सकी थीं लेकिन अब टीम को बढ़ाने की तैयारी है।

Ravi sharma

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