बेबी रानी मौर्य करेंगी नई पारी की शुरुआत,दिया राज्यपाल पद से इस्तीफा-देहरादून

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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देहरादून — उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपना इस्तीफा भेज दिया है। वे 26 अगस्त 2018 को उत्तराखंड के राज्यपाल पद की शपथ ली थी। उन्होंने तत्कालीन राज्यपाल केके पॉल की जगह ली थी। उत्तराखंड की राज्यपाल के तौर पर वे तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं। बेबी रानी मौर्य 26 अगस्त को राज्यपाल पद पर तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद मीडिया से रूबरू हुई थीं। उन्होंने प्रदेश में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के मुद्दों पर जोर दिया था। उनका कहना था कि प्रदेश की महिलायें मेहनती और जुझारू हैं। महिलाओं को राजभवन से जो बेहतर सहयोग किया जा सकता है उसके लिये आगे भी ठोस प्रयास किये जायेंगे। बेबी रानी मौर्य उत्तराखंड के राज्यपाल की कमान संभालने वाली दूसरी महिला हैं। इससे पहले मारग्रेट अल्वा उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल रह चुकी हैं। बेनी रानी मौर्य का यूपी से गहरा नाता रहा है। वे वर्ष 1995 से 2000 तक आगरा की पहली महिला मेयर रह चुकी हैं। वर्ष 1997 में वर्तमान राष्ट्रपति और तत्कालीन अध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित मोर्चा रामनाथ कोविंद के साथ कोषाध्यक्ष बतौर कार्य कर चुकी हैं। वर्ष 2001 में प्रदेश , सामाजिक कल्याण बोर्ड की सदस्य रही है , वर्ष 2002 में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रही है। इसके अलावा उन्हें वर्ष 1996 में सामाजिक कार्यों के लिये समाज रत्न , वर्ष 1997 में उत्तरप्रदेश रत्न और वर्ष 1998 में नारी रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया था।दो दिन पहले नई दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद से ही उनके इस्तीफा देने की चर्चायें तेज होने लगी थीं। वहीं , अब प्रदेश के नये राज्यपाल की जिम्मेदारी किसे मिलेगी इसको लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है। सूत्रों की मानें तो वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में बेबी रानी मौर्य का आलाकमान उपयोग करेगी , ऐसे में संवैधानिक पद से उन्होंने इस्तीफा दिया है। उत्तराखंड में भाजपा ने इस बार 51 प्रतिशत वोट और 60 सीटें हासिल करने का लक्ष्य बनाया है। इस लक्ष्य को साधने के लिये भाजपा दिग्गज नेताओं के दमखम के साथ साथ पार्टी के सांगठनिक नेटवर्क पर ज्यादा भरोसा कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बेबी रानी मौर्य उत्तरप्रदेश की राजनीति में सक्रिय हो सकती हैं यानि वे अगले साल यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में आगरा से मैदान में उतर सकती हैं। दलित नेता बेबी रानी मौर्य वर्ष 2007 में यूपी विधानसभा चुनाव में एतमादपुर सीट से लड़ी थीं और जीत भी दर्ज की थी।

पांच राज्यों की चुनाव तैयारियों में जुटी भाजपा
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गौरतलब है कि अगले साल उत्तराखंड , उत्तरप्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी कड़ी में आज भारतीय जनता पार्टी ने उत्तरप्रदेश , पंजाब , उत्तराखंड ,  गोवा , मणिपुर के लिये अपने प्रभारियों और सह प्रभारियों के नामों का ऐलान कर दिया है। धर्मेंद्र प्रधान (यूपी) , प्रहलाद जोशी (उत्तराखंड) , गजेंद्र सिंह शेखावत (पंजाब) , भूपेंद्र यादव (मणिपुर) , देवेंद्र फडनवीस (गोवा) को प्रभारी बनाया गया है। यूपी में बीजेपी ने क्षेत्र के हिसाब से भी प्रभारियों की नियुक्ति की है। यूपी में धर्मेंद्र प्रधान को प्रभारी बनाया गया है। वहीं अनुराग ठाकुर , अर्जुनराम मेघवाल , सरोज पांडेय , शोभा करंदलाजे , कैप्टन अभिमन्यु , अन्नपूर्णा देवी , विवेक ठाकुर को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है। उत्तराखंड में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी को प्रभारी बनाया गया है। वहीं सांसद लॉकेट चटर्जी , राष्ट्रीय प्रवक्ता आर०पी० सिंह को सहप्रभारी बनाया गया है।

Ravi sharma

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