अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली – यह उत्सव सिर्फ ड्रोन का नहीं बल्कि यह नये भारत – नई गवर्नेंस का उत्सव है। ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर भारत में जो उत्साह देखने को मिल रहा है , वो अद्भुत है। ये जो ऊर्जा नजर आ रही है , वो भारत में ड्रोन सर्विस और ड्रोन आधारित इंडस्ट्री की लंबी छलांग का प्रतिबिंब है। यह ऊर्जा भारत में रोजगार सृजन के एक उभरते हुये बड़े सेक्टर की संभावनायें दिखाती है। आठ वर्ष पहले यही वो समय था , जब भारत में हमने सुशासन के नये मंत्रों को लागू करने की शुरुआत की थी। न्यूनतम सरकार , अधिकतम शासन के रास्ते पर चलते हुये जीवन में सुगमता , व्यापार करने में सुगमता को हमने प्राथमिकता बनाया।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित देश के सबसे बड़े दो दिवसीय ड्रोन उत्सव – “भारत ड्रोन महोत्सव 2022” के उद्घाटन पश्चात लोगों को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा कि आप सभी को भारत ड्रोन महोत्सव के आयोजन के लिये मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज इस ड्रोन प्रदर्शनी से मैं काफी प्रभावित हुआ हूं , मेरे लिये आज बहुत सुखद अनुभव रहा। जिन-जिन स्टॉल में मैं आज गया , वहां सभी लोग बहुत गर्व से कहते थे कि ये मेक इन इंडिया है। वर्ष 2030 तक भारत ड्रोन हब बनेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा पहले की सरकारों ने टेक्नोलॉजी को समस्या का हिस्सा समझा। उसे गरीब विरोधी साबित करने की कोशिश की। इस कारण वर्ष 2014 से पहले गवर्नेंस में टेक्नॉलॉजी के उपयोग को लेकर उदासीनता का वातावरण रहा। इसका सबसे अधिक नुकसान गरीब को , वंचितों को हुआ और मिडिल क्लास को हुआ। भारत में मान लिया गया था कि तकनीक सिर्फ अमीर लोगों का कारोबार है , सामान्य लोगों की जिंदगी में इसका कोई स्थान नहीं है। लेकिन बदलाव के साथ खुद को बदलने से ही तरक्की संभव होती है।इस पूरी मानसिकता को बदलकर उनकी सरकार ने तकनीक को सर्वजन के लिये सुलभ करने के लिये अनेक कदम उठाये हैं और आगे भी उठाने वाले हैं। उन्होंने कहा तकनीकी के माध्यम से हम आगे बढ़कर अंत्योदय के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। पीएम मोदी ने कहा ड्रोन का प्रयोग हर सेक्टर में किया जा रहा है। आज किसान भी ड्रोन का प्रयोग खेती में कर रहे हैं। उन्होंने कहा इसकी मदद से देश भर में विकास कार्यों का निरीक्षण किया जा रहा है। मैं देश भर में विकास कार्यों का ड्रोन की मदद से औचकर निरीक्षण करता हूं। पीएम ने कहा कि पहले के समय में लोगों को घंटों तक अनाज, कैरोसीन, चीनी के लिये लाइन लगानी होती थी. लोगों को डर रहता था कि उनके हिस्से का सामान उन्हें मिल भी पायेगा या नहीं. आज तकनीक की मदद से हमने इस डर को समाप्त कर दिया है. अब लोगों को भरोसा है कि उनके हिस्से का उन्हें मिलेगा ही मिलेगा। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी ने लास्ट माइल डिलीवरी को सुनिश्चित करने में, परिपूर्णता के विजन को आगे बढ़ाने में बहुत मदद की है। मैं जानता हूं कि हम इसी गति से आगे बढ़कर अंत्योदय के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। लोगों को संबोधित करते हुये पीएम मोदी ने कहा कि आज देश ने जो मजबूत यूपीआई फ्रेमवर्क डवलप किया है , उसकी मदद से लाखों करोड़ रुपये गरीब के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर हो रहे हैं। महिलाओं को , किसानों को , विद्यार्थियों को अब सीधे सरकार से मदद मिल रही है। इक्कीसवीं सदी के नये भारत में , युवा भारत में , हमने देश को नई ताकत देने के लिये स्पीड और स्केल देने के लिये तकनीक को अहम माध्यम बनाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम स्वामित्व योजना के तहत पहली बार देश के गांवों की हर प्रॉपर्टी की डिजिटल मैपिंग की जा रही है। डिजिटल प्रॉपर्टी कार्ड लोगों को दिये जा रहे हैं। इससे भेदभाव की गुंजाइश खत्म हुई है। इसमें बड़ी भूमिका ड्रोन की रही है। ड्रोन तकनीक हमारे कृषि सेक्टर को अब दूसरे स्तर पर ले जाने वाली है। स्मार्ट तकनीक आधारित ड्रोन इसमें बहुत काम आ सकते हैं। वहीं महोत्सव के शुभारंभ पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ड्रोन निकट भविष्य में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत आगे लेकर जायेगा। ड्रोन क्रांति की चिंगारी सबसे पहले हमारे किसानों और गांव के लोगों ने पूरे देश में लगाई है। हमारा अनुमान है कि वर्ष 2026 तक ड्रोन का उद्योग 15,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जायेगा। आज 270 ड्रोन के स्टार्टअप्स हैं , यह आने वाले वक्त में और बढ़ेंगे। आने वाले पांच साल में ड्रोन उद्योग में पांच लाख रोज़गार के अवसर भी पैदा होंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान में देश के सबसे बड़े ड्रोन उत्सव–’भारत ड्रोन महोत्सव 2022′ का उद्घाटन किया। इस मौके पर मोदी ने किसान ड्रोन पायलटों से बातचीत भी की। उन्हाेंने ओपन-एयर ड्रोन उड़ान प्रदर्शन का अवलोकन किया और ड्रोन प्रदर्शनी केंद्र में स्टार्ट-अप के लोगों से चर्चा भी की। इस अवसर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया (नागरिक उड्डयन मंत्री) , जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ वीके सिंह (नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री) , गिरिराज सिंह , मनसुख मंडाविया (स्वास्थ्य मंत्री) , अश्विनी वैष्णव (रेलवे और संचार मंत्री) , नरेंद्र सिंह तोमर (कृषि मंत्री) और भूपेंद्र यादव (पर्यावरण मंत्री) भी उपस्थित थे। बताते चलें भारत ड्रोन महोत्सव 2022 दो दिन 27 और 28 मई को आयोजित किया जा रहा है। इस महोत्सव में सरकारी अधिकारियों , विदेशी राजनयिकों , सशस्त्र बलों , केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों , सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों , निजी कंपनियों और ड्रोन स्टार्ट-अप आदि सहित 1600 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। प्रदर्शनी में 70 से अधिक प्रदर्शक ड्रोन के विभिन्न उपयोगों के बारे में प्रदर्शन करेंगे। महोत्सव में अन्य कार्यक्रमों के अलावा ड्रोन पायलट प्रमाणपत्र का वर्चुअल वितरण , उत्पादों की लॉचिंग , पेनल चर्चा , उड़ान प्रदर्शन , मेड इन इंडिया ड्रोन टैक्सी प्रोटोटाइप की प्रदर्शनी आदि को भी शामिल किया गया है। बयान में कहा गया कि इस महोत्सव में डिजिटल माध्यम से ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट बांटे जायेंगे , उत्पादों का उद्घाटन होगा , पैनल चर्चाएयें होंगी , परिचालन दिखाये जायेंगे और मेड इन इंडिया ड्रोन टैक्सी का मॉडल भी दिखेगा।