प्रधानमंत्री ने किया कोरोना वेक्सीनेशन ड्राइव का शुभारंभ,जाने वैक्सीनेशन से जुड़े सभी प्वाइंट-नईदिल्ली

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली – भारत में दुनियाँ के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान शुरू होने पर मैं सभी देशवासियों को इसके लिये बहुत-बहुत बधाई देता हूंँ। इतिहास में इस प्रकार का और इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है। दुनियाँ के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या ती करोड़ से कम है। और भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही तीन करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है। मैं ये बात फिर याद दिलाना चाहता हूंँ कि कोरोना वैक्सीन की 02 डोज लगनी बहुत जरूरी है। पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जायेगा। दूसरी डोज़ लगने के 02 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी शक्ति विकसित हो पायेगी।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना वेक्सीनेशन ड्राइव का शुभारंभ करते हुये कही। इसके पश्चात एक साथ पूरे देश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई, जिसके लिये सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कुल 3006 टीकाकरण केंद्र बनाये गये हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज वो वैज्ञानिक, वैक्सीन रिसर्च से जुड़े अनेकों लोग प्रशंसा के हकदार हैं , जो बीते महीनों से कोरोना के खिलाफ वैक्सीन बनाने में जुटे थे। आमतौर पर एक वैक्सीन बनाने में बरसों लग जाते हैं। लेकिन इतने कम समय में एक नहीं, दो मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयार हुई हैं। आज के दिन का पूरे देश को बेसब्री से इंतजार रहा है। कितने महीनों से देश के हर घर में बच्चे , बूढ़े , जवान सभी की जुबान पर यही सवाल था कि कोरोना की वैक्सीन कब आयेगी ? अब कोरोना की वैक्सीन बहुत कम समय में आ गयी है। संकट के उसी समय में , निराशा के उसी वातावरण में , कोई आशा का भी संचार कर रहा था , हमें बचाने के लिये अपने प्राणों को संकट में डाल रहा था। हमारे डॉक्टर, नर्स , पैरामेडिकल स्टाफ , एंबुलेंस ड्राइवर , आशा वर्कर , सफाई कर्मचारी , पुलिस और दूसरे फ्रंटलाइन वर्कर्स।
कोरोना से हमारी लड़ाई आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की रही है। इस मुश्किल लड़ाई से लड़ने के लिये हम अपने आत्मविश्वास को कमजोर नहीं पड़ने देंगे , ये प्रण हर भारतीय में दिखाई पड़ा। हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जब दोनों मेड इन इंडिया वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर आश्वस्त हुये , तभी उन्होंने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी। इसलिये देशवासियों को किसी भी तरह के प्रोपेगेंडा, अफवाहें और दुष्प्रचार से बचकर रहना है। उन्होंने लोगों से वैक्सीन को लेकर अफवाहों से बचन की सलाह देने के साथ ही कहा कि कोरोना टीकाकरण की शुरुआत का मतलब यह नहीं है कि हम एहतियात बरतना छोड़ दें। हमें मास्क पहनने और शारीरिक दूरी का पालन करते रहना है। दवाई भी और कड़ाई भी का मंत्र याद रखे। कई और वैक्सीन पर भी काम तेज गति से चल रहा है। ये भारत के सामर्थ्य, वैज्ञानिक दक्षता और भारत के टैलेंट का जीता जागता उदाहरण है।

कोवीशिल्ड और भारत बायोटेक ने बनाई कोवैक्सिन
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गौरतलब है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित किये गये कोवीशिल्ड और भारत बायोटेक से कोवैक्सिन को भारत सरकार ने मंजूरी दी है. ये पहले ही सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहुंँचा दिये गये हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शुभारंभ करने के साथ ही देश भर में कोविड 19 टीकाकरण की शुरूआत हो चुकी है। कोविड 19 टीकाकरण के लिये स्वास्थ्य विभाग ने कुछ सावधानियांँ और नियम जारी किये हैं। जिसके अनुसार गर्भवती और शिशुवती महिलाओं को , 18 साल से कम उम्र केबच्चों  को कोविड 19 वैक्सीन नही लगाई जायेगी।इसके अलावा कोविड 19 वैक्सीन की पहली खुराक लेने के बाद एनाफिलेक्टिक रिएक्शन या एलर्जी आदि की शिकायत होने पर दूसरी खुराक नही दी जायेगी। वर्तमान में अस्वस्थ व्यक्ति और अस्पताल में भर्ती व्यक्तियों को स्वस्थ होने पर टीका लगाया जा सकता है। ऐसे व्यक्ति जिनके शरीर में कभी रक्त स्त्राव या खून के जमने जैसी परेशानियांँ आई हैं , उन्हे विशेष सावधानियों के साथ कोविड 19 का टीका लगाया जायेगा।

कैसी होगी प्रक्रिया ?
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कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले हर इंसान को सबसे पहले खुद को ऐप के माध्यम से रजिस्टर कराना होगा। उसके बाद व्यक्ति के मोबाइल पर एक मैसेज आयेगा जिसमें उसे सूचित किया जायेगा कि किस सेंटर पर जाकर उसे टीका लगवाना है। टीका लगवाने वाले हर एक व्यक्ति को एक यूनिक आईडी दी जायेगी और साथ ही इस कोड को सरकार के डिजी लॉकर ऐप में सुरक्षित रखा जायेगा।

वैक्सीनेशन प्रोसेस
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जिस सेंटर पर आपको वैक्सीन लगवानी है वहांँ जब आप पहुंँचेगे तो सबसे पहले आपकी थर्मल स्कैनिंग की जायेगी और फिर आपको अपना रजिस्ट्रेशन नंबर बताना होगा। इसके बाद उसका मिलान आवेदन की सूची से होगा और मिलान के बाद आपको फोन पर आया मैसेज भी दिखाना होगा। इसके बाद दूसरी टेबल पर जाकर अपना आईडी प्रूफ (जैसे- आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि) दिखाना होगा। आपकी पहचान का मिलान होने के बाद ही आगे की प्रक्रिया प्रारंभ होगी।

कैसे और कितनी देर में लगेगी वेक्सीन ?
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रजिस्ट्रेशन और पहचान का मिलान होने के बाद सबसे आखिरी प्रक्रिया है टीका लगवाने की। सबसे अंत में आपको तीसरी टेबल यानि वहांँ भेजा जायेगा जहांँ पर वैक्सीन लगेगी। वैक्सीन लगाने में पांँच से सात मिनट का समय लगता है। इसके बाद जब वैक्सीन लग जायेगी तो आधे घंटे तक आपको वहीं देखरेख में रखा जायेगा। इसके बाद जब आप सामान्य हो जाते हैं तब आपको घर भेज दिया जायेगा।

Ravi sharma

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