पुरी रथयात्रा का सिर्फ टेलीविजन प्रसारण देख सकेंगे श्रद्धालु-जगन्नाथपुरी

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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जगन्नाथपुरी — पिछले साल की तरह इस साल भी जगन्नाथपुरी रथयात्रा कोविड-19 महामारी के चलते लगातार दूसरे वर्ष बिना श्रद्धालुओं की भागीदारी के संपन्न होगी। इस रथयात्रा में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जायेगा ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उड़ीसा सरकार ने कहा है कि इस वर्ष वार्षिक रथयात्रा उत्सव श्रद्धालुओं के भीड़ के बगैर ही होगा और उन्हें रथयात्रा के मार्ग में छतों से भी रस्म देखने की अनुमति नहीं होगी। वहीं शहर के लोग टेलीविजन पर ही इस उत्सव का सीधा प्रसारण देख सकेंगे।
इस वर्ष यह रथयात्रा 12 जुलाई को आयोजित होगी। कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद ही श्रीमंदिर के पुजारियों को रथयात्रा में शामिल किया जायेगा जबकि कोई भी भक्त रथयात्रा का हिस्सा नहीं होगा। रथ यात्रा में पुजारी तीन रथों को खींचकर बड़दांड से गुंदिचा मंदिर तक ले जायेंगे , इन सभी पुजारियों की कोरोना जांच की जा रही है। रथयात्रा के दौरान पुजारियों को गर्मी से बचाने के लये बड़दांड का पूरा इलाका पानी से धोया जायेगा। इसके साथ ही पीने के पानी की व्यवस्था की जायेगी। पुजारियों के लिये प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी की जायेगी। रथयात्रा के दौरान इनके अलावा किसी भी दूसरे व्यक्ति को बड़दांड में जाने की अनुमति नहीं होगी। जिले के कलेक्टर समर्थ वर्मा ने बताया कि इस उत्सव की तैयारियां पूर्णता की ओर है। रथयात्रा के लिये रथ निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। उन्होंने आगे बताया कि असुरक्षित इमारतों की पहचान कर उन्हें सील किया जायेगा। सफाई का स्तर बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। नालियों की सफाई हो रही है और सड़कों की मरम्मत की जा रही है , साथ ही पूरे शहर में लाइटें लगायी जा रही हैं। खासकर ग्रांड रोड को भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि त्योहार के लिये एक नया एसओपी जल्द ही जारी किया जायेगा। इसी तरह पुरी के पुलिस अधीक्षक विशाल सिंह ने बताया कि बड़दांड में दो सौ से अधिक घर हैं। रथयात्रा के दिन बड़दांड के दोनों तरफ रहने वाले लोग अपने घरों के अंदर ही रहेंगे , किसी भी व्यक्ति को किसी भी कीमत पर छत में जाकर रथ यात्रा देखने की अनुमति नहीं होगी। क्योंकि यह भी कर्फ्यू के अधीन लिया गया है , इसके लिये पुलिस बल तैनात किया जायेगा। इस संदर्भ में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा बड़दांड में मौजूद होटल , लाज को रथयात्रा के दो दिन पहले से ही खाली करने का निर्देश जारी किया गया है। हालांकि शहर के अन्य इलाकों में मौजूद होटलों में लोग रह सकते हैं मगर कर्फ्यू के समय लोगों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर पूरे शहर को 12 सिक्योरिटी जोन में एवं बड़दांड को तीन भागों में बांटा जायेगा। त्योहार के दौरान ग्रांड रोड से मिलने वाली सभी सड़कें सील करने के साथ ही बड़दांड में धारा 144 लागू की जायेगी। रथयात्रा उत्सव से एक दिन पहले पुरी शहर में कर्फ्यू लगाया जायेगा जो अगले दिन दोपहर तक प्रभाव में रहेगा। तीर्थ नगरी के तीनों प्रवेश मार्गों को सील कर दिया जायेगा और त्योहार खत्म होने तक रेलवे सेवायें भी बंद रहेंगी। सभी महत्वपूर्ण जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं , जिनके जरिये पुलिस अधिकारी सभी पर निगरानी रखेंगे। एसपी विशाल सिंह ने आगे बताया कि तीनों रथ लगभग बनकर तैयार हैं। त्योहार के दौरान सुरक्षा के लिये 80 पलटन लगायी जायेंगी। इसमें अलग-अलग रैंक के कई अफसर और सिपाही भी तैनात होंगे। त्रिमूर्ति को अंसरा घर में तेल लगाने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। परंपरा के अनुसार फुलुरू तेल से भगवान की मसाज की जाती है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण पिछले साल की तरह इस साल भी प्रदेश में केवल जगन्नाथ धाम पुरी में रथयात्रा निकालने की अनुमति दी गई है। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दिन केवल मंदिरों में सांकेतिक रूप से पूजा पाठ का आयोजन होगा। इसमें भी पुजारी सहित छह से अधिक व्यक्ति शामिल नहीं हो सकेंगे।

Ravi sharma

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