कोरबा जिले को मिली विकास परक सौगातें-कोरबा

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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कोरबा – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरबा प्रवास के दौरान जिलेवासियों को विभिन्न सौगातें देते हुये जिले में 836 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया। उन्होंने कोरबा के घण्टाघर मैदान स्थित ओपन आॅडिटोरियम में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुये क्षेत्र के लोगों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर अजगरबहार और बरपाली को तहसील बनाने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की मांँग पर कोरबा स्थित मेडिकल काॅलेज का नामकरण पूर्व विधायक स्व. बिसाहू दास महंत के नाम पर करने , कोरबा शहर स्थित अशोक वाटिका उद्यान को आॅक्सीजोन के रूप में विकसित करने 10 करोड़ रूपये की राशि देने , भैंसमा स्थित महाविद्यालय का नामकरण प्यारेलाल कंवर के नाम पर करने एवं कोरबा शहर में स्थित इंदिरा स्टेडियम में स्पोर्ट्स एकेडमी बनाने की घोषणा भी की। इस दौरान सीएम बघेल ने कोरबा के घण्टाघर मैदान स्थित ओपन थियेटर में आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुये कोरबा जिलेवासियों को विकास कार्यों की बधाई देते हुये कहा कि जिले में बनने वाले विभिन्न नये सड़कों के बन जाने से लोगों को आने-जाने की सुविधा में बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा एफसीआई में चांवल जमा करने की अनुमति नहीं देने से धान खरीदी की व्यवस्था में व्यवधान आ गया था। मुख्यमंत्री ने बताया कि 03 जनवरी को केन्द्र सरकार द्वारा 26 लाख मीट्रिक टन चांवल जमा करने की अनुमति दी गई है। अनुमति मिलने से धान खरीदी बिना किसी परेशानी के किसानों से होगी। किसानों के हित के लिये किसानों को 10 हजार रूपये प्रति एकड़ देने के लिये राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू किया गया है। किसानों को तीन किश्त में राशि उनके खातों में दे दिया गया है। चौथी किश्त की राशि इस वित्तीय वर्ष के खत्म होने से पहले किसानों के खाते में पहुंँच जायेगी। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना से प्रोत्साहित होकर सरकार से डेढ़ गुना धान बेचने वाले किसानों की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के सुराजी गांँव परिकल्पना को सिद्ध करते हुये राज्य शासन किसानों के हित के लिये योजना बना रही है। गोधन न्याय योजना से किसान गोबर बेचकर मोटर साईकल की खरीदी कर रहे हैं। उन्होंने महोरा स्थित गौठान में संचालित आजीविका संवर्धन के कार्यों की प्रशंसा करते हुये कहा कि गौठान में महिलायें गोबर बेचकर लाभ कमाने के साथ वर्मी कम्पोस्ट बनाकर भी आर्थिक स्वावलंबी हो रही है। शासन द्वारा 7400 गौठान स्वीकृत किये गये हैं जिसमें 4700 गौठान निर्मित हो चुके हैं तथा 11 हजार पंचायतों में गौठान स्थापित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि गौठान में महिलायें मुर्गी पालन, सब्जी की खेती, मशरूम उत्पादन, वर्मी खाद उत्पादन करके लाभ कमा रहीं हैं। उन्होंने युवाओं को रोजगार देने की बात में भी शासन को सहयोगी बताते हुये कहा कि युवाओं को नौकरी देने के लिये शिक्षक भर्ती, पुलिस भर्ती, सहायक प्राध्यापक तथा विभिन्न विभागों में होने वाले रिक्त पदों में रोजगार देने की शासन की योजना है। उन्होंने बेरोजगार इंजीनियरिंग किये हुये विद्यार्थियों को 20 लाख तक के निर्माण कार्य में ई-क्लास पंजीकरण करके रोजगार देने की भी बात कही।

Ravi sharma

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