एनडीए उम्मीद्वार द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव हेतु भरा नामांकन–नईदिल्ली

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली – राष्ट्रपति पद के लिये राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीद्वार द्रौपदी मुर्मू ने आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा , गृहमंत्री अमित शाह , रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कई भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और एनडीए के सारे नेताओं के अलावा ओडिशा की सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) के प्रतिनिधि के रूप में राज्य सरकार के दो वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके पहले प्रस्तावक थे , पीएम मोदी ने निर्वाचन अधिकारी पी०सी० मोदी को मुर्मू के नामांकन पत्र सौंपे। इसके पहले द्रौपदी मुर्मू अपना नामांकन दाखिल करने ओड़िशा भवन से संसद भवन पहुंची , जहां भाजपा सांसदों ने उनका आत्मीय किया। इस दौरान मुर्मू ने संसद भवन में महात्मा गांधी , डा० अंबेडकर और बिरसा मुंडा की प्रतिमाओं को पुष्पांजलि अर्पित की।भाजपा की अगुवाई वाले राजग के पक्ष में अंकों के गणित को देखते हुये इनका राष्ट्रपति के रूप में चुना जाना लगभग तय है। मुर्मू मूल रूप से ओडिशा की रहने वाली हैं। मयूरभंज जिले में पैदा हुई द्रौपदी रायरंगपुर सीट से विधायक रहीं और स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनीं। यदि द्रौपदी मुर्मू का चयन राष्ट्रपति पद के लियै होता है तो वे सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला होंगी।

द्रौपदी मुर्मू को जेड प्लस की सुरक्षा
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एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीद्वार द्रौपदी मुर्मू को जेड प्लस की सुरक्षा हाल ही में मुहैया कराई है। केंद्र सरकार ने उन्हें सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा जेड प्लस सिक्योरिटी कवर दिया है। सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय ने आईबी की थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर मुर्मू को सुरक्षा दी है।

मुर्मू की उम्मीदवारी पर किसने क्या कहा ?
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिये मुर्मू की उम्मीदवारी की देश भर में और समाज के सभी वर्गों द्वारा सराहना की जा रही है। जमीनी समस्याओं के प्रति उनकी समझ और भारत के विकास को लेकर उनकी दृष्टि उत्कृष्ट है। उत्तराखंड के सीएम धामी ने कहा द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिये उम्मीद्वार बनाना साबित करता है कि समाज में अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को आगे लाना भाजपा का काम है। वहीं केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा पचहत्तर सालों में इतनी बड़ी जनजाति की किसी ने सुध नहीं ली। प्रधानमंत्री ने अपनी कथनी और करनी को एक रूप देकर समाज के निचले पायदान पर रहने वाले उन समाज के लोगों का आज राष्ट्रपति पद का उम्मीद्वार बनाया है। कर्नाटक सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि वो बहुत ही विनम्र महिला हैं और विनम्र पृष्ठभूमि से आती हैं। वो पढ़ी-लिखी और विधायिका एवं प्रशासक के रूप में सक्षम हैं। मुझे लगता है कि हमारे पीएम , एनडीए और भाजपा ने उचित निर्णय लिया है। बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि विपक्ष आज घड़ियाली आंसू ना बहाये और महिलाओं का सम्मान करे क्योंकि हमारी संस्कृति महिला सम्मान की है। भारतीय संस्कृति से जुड़े लोग उनको मना नहीं करेंगे। विपक्ष से प्रार्थना है कि अपनी नाकामी ना दिखाये और सर्वसम्मति से द्रौपदी मुर्मू जी को ही चुने। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने कहा मैं बेहद रोमांचित हूं , ये हमारी विचारधारा का हिस्सा रहा है। मेरे दिवंगत पिता पीएस संगमा ने एक बार कहा था कि एक दिन एक आदिवासी भारत का राष्ट्रपति बनेगा। ये हम सभी के लिये एक सपने के सच होने जैसा है ,हम उनकी उम्मीद्वारी का समर्थन कर रहे हैं।

यशवंत सिन्हा 27 जून को दाखिल करेंगे नामांकन
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इससे पहले राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को अपने संयुक्त उम्मीदूवार के रूप में मैदान में उतारने का एलान किया है।
कांग्रेस , तृणमूल कांग्रेस , सपा , माकपा-भाकपा और राकांपा से लेकर द्रमुक समेत विपक्षी खेमे की लगभग सभी पार्टियों ने पूर्व भाजपा नेता सिन्हा को आम सहमति से विपक्ष का राष्ट्रपति उम्मीद्वार बनाने का फैसला किया है। इस फैसले के जरिये विपक्षी दलों ने भविष्य की राजनीतिक डगर पर अपनी एकजुटता और साझी रणनीति से भाजपा-राजग का सियासी मुकाबला करने का पहला संदेश देने की कोशिश की है। राजग की वाजपेयी सरकार में वित्त और विदेश मंत्री रहे सिन्हा को उम्मीद्वार बनाकर विपक्ष ने जहां एक ओर वर्ष 2024 की सियासी लड़ाई के लिये एकजुट होकर आगे बढ़ने का संकेत देने की कोशिश की है वहीं दूसरी ओर इसके जरिये यह संदेश देने का भी प्रयास है कि इस लड़ाई में विपक्ष उन सभी दलों-नेताओं के लिये दरवाजा खोल कर स्वागत करने को तैयार है जो भाजपा और मोदी सरकार के खिलाफ मैदान में उतरना चाहते हैं।राष्ट्रपति चुनाव के लिये यशवंत सिन्हा को विपक्ष का उम्मीद्वार चुने जाने पर ममता बनर्जी ने बधाई दी है। ममता ने सिन्हा को कुशाग्र बुद्धि का व्यक्ति बताते हुये कहा कि वे निश्चित रूप से हमारे महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मूल्यों को बनाये रखेंगे।राष्ट्रपति चुनाव के लिये विपक्ष के उम्मीद्वार यशवंत सिन्हा बिहार और झारखण्ड दौरे से लौटने के बाद 27 जून को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। सूत्रों के मुताबिक केंद्र ने विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदूवार यशवंत सिन्हा को भी जेड कैटेगरी की सुरक्षा दी है।

राष्ट्रपति चुनाव अठारह जुलाई को
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बताते चलें राष्ट्रपति चुनाव के लिये 29 जून नामांकन की अंतिम तारीख है। देश के नये राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होना है और वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी। एनडीए की उम्मीद्वार द्रौपदी मुर्मू का मुख्य मुकाबला विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से है।

Ravi sharma

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