अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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रोम (इटली) – इटली में राजनीतिक अस्थिरता के बीच प्रधानमंत्री मारियो द्रागी ने राष्ट्रीय एकता गठबंधन सरकार टूटने के बाद आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने क्विरिनाले पैलेस में सुबह हुई एक बैठक के दौरान राष्ट्रपति सर्गियो मैत्तरेला को अपना इस्तीफा सौंपा। उन्होंने विश्वास मत में प्रमुख गठबंधन सहयोगियों के हिस्सा ना लेने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफा देने से देश में जल्द चुनाव कराये जाने की संभावना पैदा हो गई है। इसके साथ ही इटली और यूरोप की राजनीति में एक अस्थिरता और अनिश्चितता का दौर शुरू हो चुका है।राष्ट्रपति मैत्तरेला के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति ने इस्तीफे पर संज्ञान लेते हुये द्रागी सरकार को कार्यवाहक सरकार के तौर पर काम करने के लिये कहा है। द्रागी सरकार गुरुवार को उस समय बिखर गई जब दक्षिणपंथी , वामपंथी और पॉपुलिस्ट दलों के उनके गठबंधन सहयोगियों ने विधायिका को उसका कार्यकाल पूरा करने देने और कोरोना महामारी से उबरने हेतु यूरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम के लिये एक साथ आने की प्रधानमंत्री की अपील ठुकरा दी। दरअसल फाइव स्टार मूवमेंट में कहा गया था कि प्रधानमंत्री मारियो द्रागी महंगाई के मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहे हैं और वे महंगाई कम करने में असफल रहे हैं। इसके बाद उनकी पार्टी ने विश्वास प्रस्ताव में शामिल होने का फैसला किया था। वहीं अन्य सहयोगी दलों ने भी कहा था कि अगर फाइव स्टार मूवमेंट वोटिंग में हिस्सा नहीं लेगी तो वे भी गठबंधन से बाहर हो जायेंगे। तीन पार्टियां- सिल्वियो बरलूस्कोनी फोरज़ा इटेलिया , मैतेओ साल्विनी एंटी इमिग्रेंट लीग और पॉपुलिस्ट फाइव स्टार मूवमेंट ने आज विश्वास मत में ये कहते हुये हिस्सा नहीं लिया कि अब सरकार में भरोसा नहीं लौटाया जा सकता। बता दें कि मारियो द्राघी यूरोप के सेंट्रल बैंक के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं और उन्हें वर्ष 2021 में राष्ट्राध्यक्ष का पद दिया गया था। कोरोना से जूझने के बाद पिछले 15 महीने में द्रागी ने इटली में स्थिरता लाने का बहुत प्रयास किया। कई मायनों में वे सफल भी रहे। वहीं रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान भी द्रागी की भूमिका अहम है। यूरोपीय यूनियन की तरफ से प्रतिबंध लगाने में उनकी बड़ी भूमिका थी।इटली में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 2023 में समाप्त होना था , लेकिन अब राष्ट्रपति कभी भी समय से पहले चुनाव की घोषणा कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह भी चर्चा थी की मारियो द्रागी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन राष्ट्रपति ने इसे खारिज कर दिया था। मारियो पूर्व में यूरोपियन सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार उनके इस्तीफे के कयास शुरू होने के बाद से ही उद्योगपतियों , मेयर और आम लोगों ने द्रागी को पत्र लिखकर पद पर बने रहने की मांग की थी।