सुदामा चरित्र हमें हर परिस्थिति में जीना सिखाता है -आचार्य श्री सुमंत कृष्ण शास्त्री

सोनपुर– श्री राधा कृष्ण मन्दिर के तत्वाधान मे बाबा हरिहर नाथ मन्दिर के यात्री निवास मे श्री मद् भागवत कथा के सप्तम दिवस के सत्र में श्रीधाम वृन्दावन से पधारे प्रख्यात कथा प्रवक्ता आचार्य श्री सुमन्त कृष्ण शास्त्री जी महाराज ( श्री कन्हैया जी महाराज )ने बहुत सुंदर भाव से श्री कृष्ण सुदामा के मिलन का मंगलमय प्रसंग सुनाया। महाराज श्री ने बतलाया सुदामा चरित्र हमें हर स्थिति परिस्थिति में जीना सिखाता है।

उन्होंने कहा कि किसी विषम परिस्थिति में भी हमें भगवान का भजन चिंतन नहीं छोड़ना चाहिए। सुदामा जी को लेकर समाज में बहुत भ्रांतिया हैं, लोग कहते हैं सुदामा जी भिखारी और दरिद्र थे। लेकिन सुदामा जी दरिद्र और भिखारी नहीं वे तो गरीब संतोषी ब्राह्मण थे। जो उनके पास था वे उसमें ही पूर्ण रूप से सन्तुष्ट थे।दरिद्र तो वो है जिसे संतोष ना हो, जो दूसरों के हक को छीने वह दरिद्र कहलाता है ,फिर चाहे कितना भी बड़ा पूँजीपति ही क्यों न हो । अगर सत्य में मित्रता का अर्थ जानना है, तो श्रीकृष्ण सुदामा जी की मित्रता का दर्शन करो। कथा के विश्राम दिवस की मंगलमय बेला में सम्पूर्ण भागवत का सारांश सुनाया गया, जिसे श्रवण कर सभी बहुत आनंदित हुए।

जैसे वैष्णवों में भगवान शंकर श्रेष्ठ हैं, नदियों में मां गंगा श्रेष्ठ है, ऐसे ही पुराणों में श्री मद् भागवत महापुराण सर्वोत्तम माना गया है । वहीं स्वामी जी के द्वारा समाजसेवी लालबाबू पटेल को फूल मालाओं के हार पहनाकर सम्मानित किया।उपर्युक्त अवसर पर आज के यज्ञ के यजमान संजय सिन्हा, डॉ किशोर कुमार राय, रंजन शर्मा, रिंकू देवी रहे। श्रीमद्भागवत कथा पूर्णाहुति के बाद सतीश बाबा ने उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं के बीच पूर्णाहुति का प्रसाद वितरण किया।

इस अवसर पर हरिहर नाथ मन्दिर के मुख्य अर्चक सुशील चंद शास्त्री, अर्चक पवन शास्त्री, बम बम बाबा,सचिव विजय सिंह लल्ला, कोषाध्यक्ष निर्भय कुमार, भाजपा नेता सतेंद्र सिंह, मुकेश कुमार सिंह बबलू, संजय सिंह, सोनू सिंह मास्टर साहेब, रामनरेश शर्मा सबलपुर, बिनोद शर्मा सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे।

Ravi sharma

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