सीएम ने किया कोरबा मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ-रायपुर

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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रायपुर — कोरबा जिले ने अधोसंरचना विकास, पर्यटन, शिक्षा और अब चिकित्सा के क्षेत्र में भी विकास की नई दिशा पकड़ी है। राज्य सरकार का यह प्रयास है कि कोरबा जिला छत्तीसगढ़ का एक सुंदर, स्वस्थ और शिक्षित जिला बने। प्रदेश को चार मेडिकल कॉलेज मिलने से प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा और चिकित्सा सुविधा को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
उक्त बातें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष से कोरबा मेडिकल कॉलेज का बीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शुभारंभ और मेडिकल कालेज के नये भवन का भूमिपूजन करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुये कही। सीएम ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार है जब एक साल में छत्तीसगढ़ को चार शासकीय मेडिकल कॉलेज मिलने जा रहे हैं। इनमें से एक साल में कोरबा , कांकेर और महासमुन्द में तीन नये मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति मिली। इसके साथ ही साथ चंदूलाल चंद्राकर स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय को अधिग्रहण करने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जब छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ था तब रायपुर में एक मेडिकल कॉलेज था। इसके बाद बिलासपुर , रायगढ , अंबिकापुर , राजनांदगांव और जगदलपुर में नये शासकीय मेडिकल कॉलेज बने। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सकों की कमी हमेशा बनी रहती है। डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने और बेहतर चिकित्सा सुविधा का लाभ प्रदेशवासियों को उपलब्ध कराने के लिये राज्य सरकार का प्रयास है कि हर लोकसभा क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज बने। आने वाले समय में जिला स्तर पर भी मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जांजगीर में भी मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने के लिये प्रयास करेगी। सीएम बघेल ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा कोरबा को एक्सप्रेशनल जिले के रूप में चिन्हित किया है। राज्य सरकार इसे विकसित जिला बनाने का प्रयास कर रही है। कोरबा के सतरेंगा को पर्यटन के राष्ट्रीय मानचित्र पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार के वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में तीन नये मेडिकल कॉलेजों कोरबा, कांकेर और महासमुन्द के लिये बजट में 300 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। आगामी अप्रैल माह में इन मेडिकल कॉलेजों के लिये बजट आबंटन जारी कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि कोरबा के पहचान ऊर्जाधानी के रूप में है। आने वाले समय में इस जिले की पहचान चिकित्सा और पर्यटन के क्षेत्र में भी होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि कोरबा अंचल के लोगों का यह सपना था कि यहां मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो। जिससे यहां के बच्चे डॉक्टर बन सकें। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कुछ दिन पहले ही कोरबा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की घोषणा की थी। आज इसका शुभारंभ हो रहा है। यह जिले के लिए ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने कहा कि चार माह की अल्पावधि में ही इस मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ हो रहा है। इस मेडिकल कॉलेज के लिए धन राशि भी आबंटित कर दी गई है। कोरबा वनांचल के साथ कोयलांचल भी है। इसी अंदाज में यहां बेहतर से बेेहतर सुविधाओं का विकास हो जिसका लाभ अंचल के लोगों को मिले। स्वास्थ्य मंत्री श्री टी०एस०सिंहदेव ने कहा कि आज का दिन हम सब के लिये गर्व और खुशी का दिन है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अगुवाई में प्रदेश में तीन नये मेडिकल कॉलेजों की स्वीकृति प्राप्त हुई, उसमें से कोरबा मेडिकल कॉलेज का आज शुभारंभ हो रहा है। छत्तीसगढ़ लगातार स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। यह उपलब्धि जनहित में महत्वपूर्ण है। इसी कड़ी में कोरबा के कार्यक्रम स्थल पर प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल , स्कूल शिक्षा मंत्री एवं कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और कोरबा लोकसभा की सांसद श्रीमति ज्योत्सना महंत , मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम कंवर , एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना के सलाहकार मण्डल अध्यक्ष मोहित राम केरकेट्टा , कोरबा नगर निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद , जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमति शिवकला कंवर और नगर निगम के सभापति श्री श्याम सुंदर सोनी सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। इन्होंने भी कोरबा में मेडिकल कॉलेज के शुभारंभ होने पर अपने विचार प्रकट करते हुये जिलेवासियों को बधाई एवं शुभकामनायें दी।

Ravi sharma

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