श्रावण माह भर हुआ श्री नीलकंठेश्वर महादेव का अष्टगंध से पूजन-देखे विडियो..

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

रायपुर — भगवान शिव के सबसे प्रिय महिना श्रावण में लगभग एक सौ वर्ष पुराना श्री नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर नीलकंठ विहार नहरपारा स्टेशन रोड रायपुर में पूरे एक माह तक श्रावणी व्रत करके भगवान भोलेनाथ का प्रतिदिन दोनों समय पूजा , आराधना किया गया जिससे पूरे महीने भर यहाँ भक्तिमय वातावरण रहा ।
इस संबंध में इस मंदिर के प्रमुख श्री नीलकंठ त्रिपाठी जो राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी के साथ साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय युवा सचिव एवं उत्तर प्रदेश और उड़ीसा प्रभारी भी हैं उन्होंने संक्षिप्त चर्चा में अरविन्द तिवारी को बताया कि वे पूरे सावन माह व्रत रहकर रात्रि में ही एक समय आहार ग्रहण करते हैं और जमीन पर ही सोते हैं । श्रावण मास में पूरे एक माह तीन प्रहरों में महादेव जी की पूजा कर शिव साधना में लीन रहते है । प्रथम प्रहर प्रातः 04 बजे नहाकर साधना करते हैं , द्वितीय प्रहर शाम 04 बजे संध्या ,पूजा , अष्टगंध अभिषेक तत्पश्चात महादेव जी का श्रृंगार एवं आरती। तृतीय पहर मध्य रात्रि 12:30 से अष्टगंध अभिषेक , पूजा , अर्चना कर महादेव जी की साधना करते हैं। नीलकण्ठ त्रिपाठी जी श्रावण मास के एक माह महादेव जी के साधक बनकर रहते हैं। राजनीति, समाजसेवा, काम धाम से दूर रहते है सिर्फ महादेव की साधना करते है। उनके द्वारा प्रतिदिन सुबह चार बजे उठकर भगवान भोलेनाथ का अष्टगंध पूजन , संध्या , अभिषेक , श्रृंगार , आरती किया जाता है। और शाम में भी प्रतिदिन इसी प्रक्रिया से पूजन संपन्न होता है । उनके जन्मदिन पर मंदिर प्रांगण में 09 अगस्त को 71 वैदिक विद्वानों द्वारा सवा लाख महामृत्युँजय का जप किया गया इसके अलावा वे स्वयं प्रतिदिन 5100 महामृत्युँजय का जाप करते हैं । उन्होंने आगे बताया कि दिनभर निराहार रहने के बाद रात्रि में ही एक बार बिना लहसुन , प्याज , गाजर से आहार ग्रहण करते हैं और भगवान शिव की आराधना करते हुये पूरे श्रावण महीने भर उनके द्वारा शिव पुराण का वाचन किया गया ।

आज होगा महापूर्णाहुति

श्री त्रिपाठी ने बताया कि आज शाम तीन बजे से नीलकंठेश्वर महादेव का अभिषेक , विशेष श्रंगार , रुद्राभिषेक , हवन , 108 औषधियों से पूर्णाहुति के पश्चात महाआरती का कार्यक्रम संपन्न होगा। इस मंदिर का अगला कार्यक्रम जन्माष्टमी के पावन अवसर पर भोलेनाथ का कृष्ण रूप में श्रंगार एवं पूजा आराधना किया जायेगा।

Ravi sharma

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