भूपेन्द्र पटेल ने किया गुजरात सीएम का पदभार ग्रहण-गांधीनगर

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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गांधीनगर — पहली बार विधायक निर्वाचित होकर सीएम तक का सफर तय करने वाले गुजरात के नये मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने आज गांधीनगर स्थित राजभवन में प्रदेश के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर गुजराती भाषा में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। सूत्रों ने बताया कि बाकी मंत्रियों को बाद में शपथ दिलायी जायेगी। शपथग्रहण के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह , मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान , हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर , गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत , कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के अलावा केंद्रीय मंत्रियों मनसुख मांडविया , पुरुषोत्तम रूपाला , भूपेंद्र यादव , नरेंद्र तोमर , दर्शना बेन जरदोश समेत पार्टी के कई अन्य केंद्रीय नेता , प्रदेश के विधायक , सांसद , पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी , पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी मौजूद थे। शपथ लेने के बाद केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नये सीएम भूपेन्द्र पटेल का बुके देकर स्वागत किया , वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के नये मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को ट्वीट कर बधाई दी। गुजरात में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पाटीदार मत बैंक को साधने के लिये भाजपा ने एक बार फिर पाटीदार चेहरे को सामने किया है। गुजरात के मुख्यमंत्री बनने वाले भूपेंद्र पटेल पांचवें पाटीदार होंगे जबकि कड़वा पाटीदार समुदाय के पहले मुख्यमंत्री होंगे। गौरतलब है कि भूपेंद्र पटेल वर्ष 2015 से 2017 तक अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (एयूडीए) के अध्यक्ष रह चुके हैं। इससे पहले वे वर्ष 2010 से 2015 तक गुजरात के सबसे बड़ी शहरी निकाय अहमदाबाद नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे थे। सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा रखने वाले पटेल विधानसभा चुनाव लड़ने से पहले स्थानीय राजनीति में सक्रिय थे और अहमदाबाद जिले की मेमनगर नगरपालिका के सदस्य और दो बार इसके अध्यक्ष बने। वे पाटीदार समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास को समर्पित संगठन सरदारधाम विश्व पाटीदार केंद्र के न्यासी भी हैं। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटले का कारीबी भी माना जाता है , आनंदीबेन पटले भी घाटलोडिया सीट से चुनाव लड़ती थीं। भूपेंद्र पटेल वर्ष 2017 में कांग्रेस के शशिकांत पटेल को गुजरात में सबसे ज्यादा यानि एक लाख सत्रह हजार वोटो से हराकर पहली बार विधायक निर्वाचित होकर पहले ही कार्यकाल में मुख्यमंत्री बने हैं। दिलचस्प बात यह है कि पटेल इससे पहले कभी भी राज्य सरकार में मंत्री नहीं रहे हैं। इसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 20 वर्ष पहले गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पहले कभी मंत्री नहीं रहे थे। नरेंद्र मोदी को 07 अक्टूबर, 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गयी थी। इसके बाद राजकोट विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल कर वे 24 फरवरी 2002 को विधायक चुने गये थे। बता दें गत दिवस ही स्थानीय कमलम कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक दल की बैठक में पाटीदार समाज के नेता और घाटलोडिया सीट से मौजूदा विधायक भूपेंद्र पटेल के नाम पर गुजरात के नये सीएम की मुहर लगी थी। भाजपा के इस कदम के पीछे अगले वर्ष होने वाले चुनाव में गुजरात के सशक्त पाटीदार समाज को साथ जोड़ने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है।गुजरात के मनोनीत सीएम भूपेंद्र पटेल ने शपथग्रहण समारोह से पहले अहमदाबाद के स्वामीनारायण मंदिर में की गौ पूजा की। फिर शपथग्रहण समारोह के लिये अहमदाबाद पहुंचने पर गुजरात के मनोनीत मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का स्वागत किया।

Ravi sharma

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