प्रदेश में पहली बार पन्द्रह थर्ड जेंडर बने पुलिस आरक्षक-रायपुर

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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रायपुर — रेलगाड़ियों , बाजारों , दुकानों में एवं हर खुशी के मौके पर घर पहुंचकर अपनी आजीविका के लिये लोगों के सामने ताली बजाकर हाथ फैलाते देखे जाने वाले तृतीय लिंग समुदाय के लोग अब छत्तीसगढ़ पुलिस में अपनी सेवायें देते हुये नजर आयेंगे। बताते चलें कि छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग ने अपने भर्ती कालम में इस बार तृतीय लिंग का ऑप्शन दिया था जिस पर कई अभ्यर्थियों ने आवेदन दाखिल किया। कड़ी मेहनत और लगन से पुलिस के बौद्धिक और शारीरिक परीक्षा पास भी किया। अब पुलिस भर्ती परीक्षा के अंतिम परिणाम में राज्य भर से 15 थर्ड जेंडरों का चयन हुआ है। पुलिस भर्ती में शामिल इन प्रतिभागियों ने भारतवर्ष और विश्व को यह संदेश दिया है कि उन्हें अपने प्रतिभा दिखाने का मौका मिलने पर वे भी कंधे से कंधा मिलाकर चल सकते हैं। चयनित प्रतिभागी कृषि तांडी कहती है कि मैं आज बहुत खुश हूँ. मेरे पास कोई शब्द ही नहीं है कि मैं इस खुशी को व्यक्त कर पाऊँ। मैं और मेरी सभी साथियों ने इस परीक्षा के लिये बहुत मेहनत किया। यह हमारे लिये ऐसा अवसर था जिससे हमारी जिंदगी बदल सकती थी इसलिये सबने दिन-रात मेहनत की थी। वहीं धमतरी से चयनित होने वाली कोमल साहू कहती है कि यह ऐसी खबर है जिस पर अभी भी भरोसा नहीं हो रहा है , क्योंकि मैंने कभी नहीं सोचा था कि इज्जत और सम्मान का जॉब मिलेगा।
किन्नर समाज व मितवा समिति ने छत्तीसगढ़ सरकार और गृह विभाग सहित उन सभी लोगों का धन्यवाद दिया है जिनका इसमें सहयोग रहा। तृतीय लिंग व्यक्तियों को पुलिस में भर्ती करवाने का सपना देखने वाली और इस सपने को साकार करने के लिये मेहनत करने वाली ट्रान्सजेंडर अधिकार कार्यकर्ता व मितवा समिति की अध्यक्ष विद्या राजपूत ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दिया है।
जिन तृतीय लिंग प्रतिभागियों का पुलिस में चयन हुआ है उसमें रायपुर से दीपिका यादव, साहू, निशु क्षत्रिय, शिवन्या पटेल, नैना सोरी, सोनिया जंघेल, कृषि तांडी, सबुरी यादव, बिलासपुर से सुनील, रुचि यादव, धमतरी जिले से कोमल साहू, अंबिकापुर से अक्षरा, राजनांदगांव जिले से कामता, नेहा और डोली का नाम शामिल है।

Ravi sharma

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