पीएम मोदी पहुंचे ब्रिटेन,कल समिट को करेंगे संबोधित-ब्रिटेन

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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ग्लासगो ( ब्रिटेन) – रोम में आयोजित जी -20 शिखर सम्मेलन में सिलसिलेवार बैठकों में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के 26वें “कांफ्रेंस आफ द पार्टीज” (काप 26) में शामिल होने के लिये आज तड़के ब्रिटेन के ग्लासगो पहुंच चुके हैं। वे एयरपोर्ट से सीधे होटल पहुंचे जहां ब्रिटेन के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले भारतीय समुदाय ने भारत माता की जयकारे के साथ पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान भारतीय समुदाय के लोगों ने ‘मोदी है भारत का गहना’ गाना भी गाया। अपने पांच दिवसीय विदेश दौरे के दूसरे पड़ाव में पीएम मोदी जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के रूपरेखा समझौते के लिये पक्षकारों के 26वें शिखर सम्मेलन (सीओपी-26) में शामिल होंगे। इस सम्मेलन के अलावा वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ द्विपक्षीय संवाद भी करेंगे।ब्रिटेन के प्रधानमंत्री द्वारा इस साल की शुरुआत में दो बार कोविड -19 महामारी के कारण अपनी भारत यात्रा रद्द करने के बाद मोदी और जानसन के बीच यह पहली व्यक्तिगत बैठक होगी। बता दें यह प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी की पहली स्कॉटलैंड यात्रा है। जानसन ने कहा है कि शिखर सम्मेलन विश्व की सच्चाई का एक पल होगा , उन्होंने दुनियां के नेताओं से इसका अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह किया है। बता दें ग्लोबल वार्मिंग पर नियंत्रण के लिये ग्लासगो में दो हफ्ते तक चलने वाले गहन सम्मेलन की रविवार (31 अक्तूबर) को शुरुआत हुई , यह सम्मेलन 12 नवंबर तक होगा। इस दौरान भारत की तरफ से जलवायु न्याय का मुद्दा उठाया जा सकता है। यह शिखर सम्मेलन ब्रिटेन की अध्यक्षता में आयोजित किया जा रहा है , जिसने इसके लिये इटली के साथ साझेदारी की है। कॉप 26 में 120 से अधिक देशों के नेता हिस्सा लेंगे , ये सभी जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के उपायों पर चर्चा करेंगे। सूत्रों के अनुसार ‘जलवायु न्याय’ का आह्वान विकासशील देशों के उस दावे से निकला है , जिसमें 2050 तक शून्य उत्सर्जन के विचार को जलवायु परिवर्तन के लिये काफी जरूरी माना जाता है। सूत्रों के मुताबिक जलवायु परिवर्तन पर कोई भी बात करने से पहले जलवायु न्याय पर बात करने की जरूरत है। इसमें तकनीकी बदलाव के बजाय हमारी सोच और प्रवृत्ति में बदलाव भी शामिल है। विश्व स्तर पर चीजों को एक संपूर्ण नजरिये से देखने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मेलन में जलवायु वित्त का मुद्दा भी उठायेंगे। सूत्रों ने अनुसार भारत की तरफ से ये कहा जा सकता है कि विकसित देशों को नेट जीरो के बजाय नेट निगेटिव से शुरुआत करने की आवश्यकता है। हालांकि भारत ने अभी तक नेट जीरो से जुड़े मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया है।

कल का प्रस्तावित कार्यक्रम
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ब्रिटिश दौरे के दूसरे दिन कल की शुरुआत जलवायु सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के लॉचिंग के साथ करेंगे। पीएम मोदी की अपील पर कई देश मिलकर One Sun , One Earth , One Grid की महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा करेंगे। इसका प्रस्ताव भारत , ब्रिटेन , ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश करेंगे , जबकि अमेरिका और दूसरे देश इसका समर्थन करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री का कई दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्षों (स्विट्ज़रलैंड , फ़िनलैंड , इज़रायल , नेपाल , मालावी , यूक्रेन , अर्जेंटीना) के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय मुलाक़ातें होनी हैं। प्रधानमंत्री काप 26 में वैश्विक नेताओं के लिए आयोजित सत्र accelerating clean technology Innovation and Deployment में हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही उनका ग्लासगो दौरे के सभी कार्यक्रम समाप्त होने पर प्रधानमंत्री मोदी स्वदेश रवाना हो जायेंगे। अपने दो दिवसीय ब्रिटेन दौरे को पूरा करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन नवंबर को सुबह आठ बजे दिल्ली पहुंच जायेंगे।

Ravi sharma

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