नान घोटाले में पूर्व महाप्रबंधक ने पूर्व मुख्यमंत्री को लिया निशाने पर-

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

रायपुर — छत्तीसगढ़ प्रदेश के बहुचर्चित नान घोटाला मामले में हाल ही में जेल से छूटे पूर्व महाप्रबंधक शिव शंकर भट्ट ने मजिस्ट्रेट के समक्ष आज धारा 164 के बयान में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह सहित कई नेताओं को निशाने पर लिया है। भट्ट ने नीरज श्रीवास्तव की अदालत में शपथपूर्वक दिये गये बयान में साफ तौर पर यह स्वीकार किया है कि नान घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह, पून्नूलाल मोहिले, वन अफसर कौशलेंद्र सिंह, लीलाराम भोजवानी, राधाकृष्ण गुप्ता सहित अन्य कई लोग शामिल थे।


भट्ट ने कहा कि वर्ष 2014 के अगस्त माह में नागरिक आपूर्ति निगम के पास 09 लाख मैट्रिक टन चावल का स्टाक था इसके बावजूद मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह जो वित्तमंत्री भी थे ने विभाग के अधिकारियों पर दबाव देकर 10 लाख टन मीट्रिक टन चावल का अतिरिक्त उपार्जन करने का आदेश दिया था। इतना ही नहीं अपने पद और प्रभाव का इस्तेमाल करते हुये 236 करोड़ की क्षतिपूर्ति की गारंटी बिना कैबिनेट की अनुमोदन के पास कर दिया था जबकि शासन के हित में ऐसा नहीं किया जाना था।इस मामले में विभाग के अधिकारियों ने आपत्ति जताई तो उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आपत्ति की आवश्यकता नहीं है इस संदर्भ में हमें और पार्टी को लंबी-चौड़ी रकम मिलनी है और अगर आप लोग चाहे तो यह रकम आपको भी प्रदान की जायेगी।

Ravi sharma

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