चीफ आफ डिफेंस बने सेवानिवृत्त जनरल विपिन रावत,अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट-नई दिल्ली-

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

नई दिल्ली — सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को सेवानिवृत्त के पश्चात देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनाया गया है। हाल ही में केंद्र सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का कार्यकाल तीन साल के लिये और बढ़ा दिया है। अब चीफ ऑफ डिफेंस के रिटायर होने की उम्र 65 वर्ष होगी जो पहले 62 साल में ही रिटायर होने का प्रावधान था। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की जिम्मेदारी तीनों सेनाओं से जुड़े मामलों में रक्षामंत्री को सलाह देना है। सीडीएस ही रक्षामंत्री का प्रधान सैन्य सलाहकार होगा। हालांकि सैन्य सेवाओं से जुड़े विशेष मामलों में तीनों सेनाओं के चीफ पहले की तरह रक्षामंत्री को सलाह देते रहेंगे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सैन्य अभियान के दौरान तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बैठाने का काम करेगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद पर 4 स्टार जनरल रैंक के सैन्य अधिकारी को नियुक्त किया गया। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बराबर सैलरी दी जायेगी। गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने चीफ ऑफ डिपेंस स्टाफ पद को मंजूरी दी थी। चीफ ऑफ डिफेंस बिना रक्षा सचिव की मंजूरी के रक्षा मंत्री से सीधे मुलाकात कर सकेंगे।
बता दें कि जनरल रावत 31 मार्च, 2023 तक सीडीएस रहेंगे। जनरल रावत 16 दिसंबर, 1978 को 11 गोरखा रायफल्स की पांँचवीं बटालियन में नियुक्त हुये थे और एक जनवरी, 2017 से देश की थल सेना के प्रमुख रहे। रक्षा मंत्रालय ने रविवार को थल सेना, नौसेना और वायुसेना के नियमों में संशोधन किया था. संशोधन के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ 65 साल की उम्र तक अपनी सेवायें देगा। सेना प्रमुख बनने से पहले उन्होंने पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा, चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा और पूर्वोत्तर में विभिन्न संचालनात्मक जिम्मेदारियां संभाल चुके थे।

Ravi sharma

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