रायपुर — देश के सबसे बड़े गौ रक्षार्थ राष्ट्रीय संगठन कामधेनु सेना के छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष अरविन्द तिवारी ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। श्री तिवारी ने अपने त्यागपत्र में कहा है कि “गावो विश्वस्य मातर:” गाय सम्पूर्ण विश्व की माता है , राम और कृष्ण की आराध्या एवं भगवानों के भी भगवान है। हमारे जीवन के होने वाले सभी सोलह संस्कारों में कोई भी ऐसा संस्कार नही है जो बिना गौमाता के पूर्ण हो जाये। गौमाता धर्म , अर्थ , काम , मोक्ष इन चारों पुरूषार्थों की मूल है। गौमाता के साथ पशु , आवारा , लावारिस जैसे शब्दों का उपयोग करना मेरी बुद्धि के अनुसार मूर्खतापूर्ण कार्य है। मेरे द्वारा एक साल से कामधेनु सेना के पदाधिकारियों को इसकी जानकारी लगातार फोन मेसेज पर दी जा रही है। लेकिन फिर भी वे गौमाता के साथ आवारा , पशु और लावारिस शब्दों का प्रयोग करते नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही विगत सप्ताह से कामधेनु सेना के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी फोन और मेसेज का जवाब भी देने से घबराते नजर आ रहे हैं। जो संगठन गौमाता के साथ पशु , आवारा और लावारिस जैसे शब्दों का प्रयोग करता हो ऐसे संगठन में प्रदेशाध्यक्ष के पद पर काम करना मेरे लिये सबसे बड़ी दुर्भाग्य की बात है। इसलिये मैं कामधेनु सेना के छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष के पद से स्वेच्छा से त्यागपत्र देता हूँ