अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली — केलर की 105 वर्षीया भागीरथी अम्मा और 97 वर्षीया कार्तियायिनी अम्मा को महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिये केन्द्र सरकार ने प्रतिष्ठित नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला किया है। महिलाओं को दिया जाने वाला देश का यह सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार है। महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कल आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर राष्ट्रपति भवन में एक सामारोह में उन्हें सम्मानित करेंगे।सोलह नाती पोते और बारह पड़पोते पोतियों की भागीरथी अम्मा ने पिछले साल चौथी कक्षा में होने वाली परीक्षा के बराबर एक परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इसके साथ ही वह कोल्लम में राज्य साक्षरता मिशन द्वारा आयोजित परीक्षा में पास होने के बाद देश की सबसे उम्रदराज छात्रा बन गई थीं। इसी तरह से अलाप्पुझा की रहने वाली कार्तियायिनी अम्मा ने केरल राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के ‘अक्षरलक्षम’ कार्यक्रम में 100 में से 98 अंक हासिल किये थे। इनको कामनवेल्थ आफ लर्निंग गुडविल अंबेसडर के तौर पर चुना गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इनकी उपलब्धियों का जिक्र अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में किया था।
गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 08 मार्च को मनाया जाता है। जिसके ज़रिये महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुये महिलाओं के लिये खास कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें सम्मानित किया जाता है। सबसे पहला महिला दिवस 1909 में न्यूयॉर्क में मना जिसके बाद 1917 से इसकी अधिकारिक घोषणा कर दी गई और तब से 08 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।