मधुबन–ऋग्वेदीय पूर्वामनाय श्री गोवर्धनमठ पूरी पीठाधीश्वर श्रीमदजगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाभागक राष्ट्रोनयन जी से स्व०डॉ कैलाश प्रसाद शर्मा उर्फ बजरंग बाबू के सुपुत्र सरसई गढ़ वैशाली निवासी बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ प्रदेश अध्यक्ष चर्चित समाजसेवी अमोद कुमार निराला,गरीब विद्यार्थी सहायता संघ संस्थापक सचिव श्रीमती आरती शर्मा सहित कई समर्थकों ने संयुक्त रूप से शिष्यतब्य स्वीकार कर दिक्षा गुरु ज्ञान शिक्षा ग्रहण किया.
दीक्षा ग्रहण पश्चात श्री निराला ने बताया की बिना गुरु का ज्ञान नहीं मिलता अब तक मुझे योग्य गुरु नहीं मिल पाये थे, मैं गुरु विहीन होने के कारण अंधकार में मानव जीवन यापन कर रहा था.
आज से मैं जगद्गुरु शंकराचार्य जी का शिष्य बन अति प्रसन्न हूं तथा गुरु के दिशा निर्देश एवं अखंड भारत राष्ट्रहित में अपना तन मन धन सब समर्पित करने का वचन लिया हूं. आज से मुझ पति-पत्नी को शंकराचार्य जी का शिष्य-शिष्या कहलाना गौरव स्वाभिमान सौभाग्य की बात होगी.
मुझे इस बात की अति प्रसन्नता खुशी है की मेरे गुरु शिव के 155वें अवतार के रूप में चर्चित स्थापित और प्रतिष्ठित सर्वपूजनीय है. मैं सत्य सनातन धर्म के महानायक सर्वश्रेष्ठ गुरु का शिष्य बना हूं. मै बिहार सहित अखंड भारत देशवासियों को सहृदय आभार व्यक्त करते हुए अपने गुरु महाराज शंकराचार्य जी को दंडवत चरण स्पर्श प्रणाम अर्पित करता हूं.