श्रीराम जी को मनुष्य मानना रामजी का अपमान है — स्वरूपानंद सरस्वती,अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट,बगासपुर-

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

बगासपुर — श्रीरामम परब्रह्म परमात्मा थें उन्हें मनुष्य मानना उनका अपमान है। जो लोग भगवान श्रीराम को डॉ. भीमराव अम्बेडकर और स्वामी विवेकानन्द के साथ खड़ा कर रहे हैं वे श्रीराम के अपमान के दोषी हैं। हम इस श्रीराम सभा में उपस्थित धर्माचार्यों के साथ उन लोगों की कड़ी निन्दा करते हैं जिन्होंने प्रयाग के परेड मैदान में डॉ. अम्बेडकर और विवेकानन्द जी के साथ भगवान श्री रामचन्द्र को खड़ा करके उनको मनुष्य और महापुरुष सिद्ध करने की कुचेष्टा की है।
उक्त उद्गार परमपूज्य ज्योतिष एवं द्वारिकाशारदा पीठाधीश्वर श्रीमज्जद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने माता गिरिजा महामहोत्सव के अन्तर्गत आयोजित ‘श्री रामसभा’ में व्यक्त किये।

धूमधाम से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव।

नरसिंहपुर जिले के बगासपुर गाँव में विगत चार दिनों से चल रहे माता गिरिजा महामहोत्सव के अन्तर्गत आज भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। वसुदेव और कृष्ण के मंच पर पहुँचते ही गाजे-बाजे के साथ पुष्प गुलाल और मेवा मिष्ठान्न की वर्षा होने लगी। उड़ीसा से आये कलाकारों के दल ने इस अवसर पर ओडिसी नृत्य के माध्यम से नंदोत्सव की प्रस्तुति दी।

उच्चतम न्यायालय के निर्णय में कई खामियाँ

पूज्य शंकराचार्य जी ने कहा कि श्री रामजन्मभूमि के मामले में उच्चतम न्यायालय ने जो निर्णय दिया है उसमे कई ऐसी खामियाँ हैं जिन पर स्वस्थ समीक्षा की आवश्यकता है। महाराजश्री ने कहा कि हिन्दूओं ने मुस्लिमों की मस्जिद में मूर्तियाँ रख दी पर ऐसा नही है। हमने श्रीराम की जन्मभूमि में ही मूर्तियाँ रखी हैं। जन्मभूमि स्वयं में देवता है और उसे किसी निर्माण के करने और गिराने से अन्तर नही आता। इसी तरह के अनेक बिन्दु हैं जिन पर समीक्षा होनी चाहिये। प्रतिदिन की भांति आज भी श्रद्धालुओं द्वारा पादुका पूजन कर शंकराचार्य जी को 108 कमल पुष्पों की माला , शाल , व श्रीफल अर्पण किया गया।

Ravi sharma

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