वायुयान संशोधन विधेयक को मिली मंजूरी-नईदिल्ली

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

नई दिल्ली — वैश्विक महामारी कोरोना संकटकाल में जारी संसद के अठारह दिनों तक चलने वाले मॉनसून सत्र के दूसरे सुबह राज्यसभा की कार्यवाही संपन्न हुई। राज्यसभा में अडानी ग्रुप को देश के 06 हवाई अड्डे देने में नियमों के उल्लंघन का मुद्दा राज्यसभा में उठाते हुये कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अडानी समूह ने 06 हवाई अड्डों के संचालन और विकास के लिये बोलियां जीती हैं। एक निजी संस्था को हवाई अड्डे देने में मानदंडों का स्पष्ट उल्लंघन है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि कोरोना वायरस से मृत्यु दर 1.67 प्रतिशत और रिकवरी रेट 77.65 प्रतिशत है। 10 लाख पर 55 मौतें हुई हैं। कोरोना से होनेवाली मृत्यु दर को नियंत्रण करने और लोगों की जिंदगी बचाने के मामले में भारत कामयाब रहा है। सरकार वे सभी जरूरी कदम उठा रही है जिससे कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सके।भारत की विमानन सुरक्षा रेटिंग में सुधार लाने और नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) सहित विभिन्न नियामक संस्थानों को वैधानिक दर्जा प्रदान करने से संबंधित ‘वायुयान संशोधन विधेयक 2020′ को संसद की मंजूरी मिल गयी। राज्यसभा ने वायुयान (संशोधन) विधेयक 2020 को चर्चा के बाद ध्वनि मत से पारित कर दिया। राज्यसभा में वायुयान संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान एनसीपी सांसद प्रफुल पटेल ने कहा कि आने वाले समय में सिविल एविएशन में बहुत जरूरतें बढ़ने वाली हैं। ऐसे में एयरपोर्ट्स और एयरलाइन्स की जरूरते हैं। बहुत पहले मंजूर हुए एयरपोर्ट भी अभी अधूरे हैं। राज्यसभा में समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने कहा कि बॉलीवुड के लोगों को सोशल मीडिया के जरिये परेशान किया जा रहा है। डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने नीट परीक्षा आयोजित करने पर छात्रों द्वारा आत्महत्या करने’ को लेकर राज्यसभा में शून्यकाल नोटिस दिया। राज्यसभा में टीएमसी सांसद दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंँसे भारतीयों को वापस लाने के लिये सरकार की तारीफ की जानी चाहिये।प्रथम सत्र में बैठक के उपरांत राज्यसभा की कार्यवाही दूसरे दिन तक के लिये स्थगित कर दी गयी।
इसके बाद द्वितीय सत्र में लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। अन्तर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शुभकामनायें देते हुये कहा कि भारत के विश्व का सबसे विशाल-कार्यशील लोकतंत्र होने पर गर्व है। उन्होंने कहा कि असाधारण परिस्थितियों में भी संसद सक्रियता जीवंतता से कार्य कर रही है , यह आमजन के अधिकारों, लोकतांत्रिक मूल्यों में अभिवृद्धि का सकारात्मक संदेश है।

चीन विवाद पर रक्षामंत्री का वक्तव्य

भारत और चीन के बीच चल रही सीमा विवाद के मुद्दे पर आज लोकसभा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि समस्त देशवासी अपने वीर जवानों के साथ खड़े हैं। मैंने भी लद्दाख जाकर अपने शूरवीरों के साथ समय बिताया है और मैं आपको ये बताना चाहता हूंँ कि मैंने उनके अदम्य साहस और शौर्य को महसूस भी किया है। मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूंँ कि सीमायें सुरक्षित हैं और हमारे जवान मातृभूमि की रक्षा में डटे हुये हैं। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिये तैयार हैं। हमारे जवानों का जोश और हौसला बुलंद है। प्रधानमंत्री के जवानों के बीच जाने के बाद यह संदेश गया है कि भारत के सभी वासी उनके साथ खड़े हैं। रक्षामंत्री ने कहा कि लद्दाख में हम एक चुनौती के दौर से गुजर रहे हैं और हमें प्रस्ताव पारित करना चाहिये कि पूरा सदन जवानों के साथ खड़ा है। सीमा का प्रश्न एक जटिल मुद्दा है , इसमें सब्र की जरूरत है। लद्दाख के इलाकों के अलावा चीन अरुणाचल प्रदेश की सीमा से 90 हजार वर्ग किलोमीटर इलाके को भी अपना बताता है। इसका हल शांतिपूर्ण और बातचीत से निकाला जाना चाहिये , सीमा पर शांति बनाये रखना जरूरी है। सदन जानता है कि भारत-चीन की सीमा का प्रश्न अब तक हल नहीं हुआ है , सीमा का सीमांकन नही हुआ है। भारत बातचीत के जरिये विवाद का हल चाहता है। इस उद्देश्य को पाने के लिये मैं चीन के रक्षामंत्री से मॉस्को से मिला। हम चाहते हैं कि चीन हमारे साथ मिलकर काम करे। हमने यह भी साफ किया कि हम देश की संप्रभुता के लिये पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर भी चीन के विदेश मंत्री से मिले। बीते समय में भी चीन से गतिरोध बना, लेकिन शांति से इसका समाधान निकाला। इस बार हालात पहले से अलग हैं, फिर भी हम इसके समाधान के लिये प्रतिबद्ध हैं। हम पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध चाहते हैं लेकिन दोनो देशों को सीमा का सम्मान करना होगा। हम हर तरह के हालात से निपटने के लिये तैयार हैं। इस सदन की गौरवशाली परंपरा रही है कि जब भी देश के सामने कोई बड़ी चुनौती आई है, इस सदन ने सेनाओं के प्रति पूरी एकता दिखायी है। दोनों देशों ने 06 जून को बैठक कर यह तय किया कि दोनों देश सेनाओं की तैनाती कम करेंगे, लेकिन चीन ने हिंसक टकराव किया। हमारे बहादुर जवानों ने जान का बलिदान दिया और चीन को भारी नुकसान पहुंँचाया। हमारे बहादुर जवानों ने जहां संयम की जरूरत थी, वहां संयम और जहां शौर्य की जरूरत थी, वहां शौर्य दिखाया। सदन को आश्वस्त रहना चाहिये कि हमारी सेनायें इस चुनौती का सामना करेंगी। अभी की स्थिति में संवेदनशील मुद्दे शामिल हैं, इसलिये इसका ज्यादा खुलासा नहीं कर सकता।

कांग्रेस सांसदों ने सदन से किया वाकआउट
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सरकार ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध के विषय पर संसद में चर्चा कराने की विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया। कांग्रेस नेताओं ने पूर्वी लद्दाख में चीन के सैनिकों के साथ भारतीय सैनिकों के गतिरोध पर चर्चा कराने की मांग उठायी थी। जिसमें सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि मुद्दा संवेदनशील है और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है इसलिये इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता।भारत-चीन सीमा विवाद पर बहस की मांग को लेकर कांग्रेस सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस सांसद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद लोकसभा में चर्चा की मांग कर रहे थे। अन्त में लोकसभा की कार्यवाही अगले दिन तक के लिये स्थगित किया गया।

Ravi sharma

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