“वर्ल्ड प्राणिक हीलिंग फाउंडेशन फिलीपींस मनीला”के साथ “दिशा” मे भी महाध्यान का आयोजन-हाजीपुर-

हरिहर क्षेत्र,हाजीपुर-
आज “वर्ल्ड प्राणिक हीलिंग फाउंडेशन फिलीपींस मनीला” के द्वारा पूरे दुनिया में भारतीय समयानुसार 1:45 ए०एम० से 3:00 ए०एम० तक एक महाध्यान का आयोजन किया गया,जिसमें हरिहर क्षेत्र वैशाली हाजीपुर की “डिवाइन इंडिया साइंस एंड स्प्रिरिचुअल हैप्पीनेस एसोसिएशन-दिशा” की प्राणिक हीलिंग शाखा द्वारा महाराणा प्रताप कॉलोनी में भी “जूङवें हृदयों पर महाध्यान” किया गया. बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर यह ध्यान हुआ जिसे हम वैशाख ध्यान के नाम से भी जानते हैं।इस ध्यान में अनुमान है लगभग 5 करोड़ लोग अपने अपने देश में अपने अपने राज्य में अपने-अपने जिलों में एवं अपनी अपनी संस्थाओं एवं घरों में किया। जब किसी भी कार्य को कई लोगों के द्वारा एक ही समय पर किया जाता है तो उसकी शक्ति कई गुना बढ़ जाती है आज भी यही हुआ ध्यान के माध्यम से ग्रैंड मास्टर चोआ कोक सूई जी की सिखाई हुई विधा जो प्राणिक हीलिंग में सिखाई जाती है जिसका ध्यान के द्वारा पूरे दुनिया में शांति सुरक्षा समृद्धि की कामना की गई। बताते चलें कि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर जो ध्यान होता है उस ध्यान के माध्यम से धरती पर सभी ऋषि-मुनियों के द्वारा सभी दिव्य आत्माओं के द्वारा देवी देवताओं के द्वारा एक विशेष दैवीय ऊर्जा का संप्रेषण होता है ऊर्जा को प्राप्त करके कोई भी व्यक्ति अपने आपका एवं दूसरों का भला कर सकता है दिशा के संस्थापक सचिव आचार्य राजेश तिवारी ने भी लोगों को ध्यान प्रतिदिन करने की सलाह दिया। श्री तिवारी ने बताया कि ध्यान के माध्यम से हम अपने समस्त समस्याओं का समाधान कर सकते हैं श्री तिवारी आगे बताया कि हम सब सौभाग्यशाली हैं बड़भागी हैं कि हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री भी ध्यान को अपने जीवन में धारण करते हैं और उस ध्यान की ऊर्जा से देश का कल्याण करने की बात सोचते रहते हैं और करते भी हैं बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भी माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का ध्यान करना अपने आप में बहुत ही उत्तम बात है

,कार्यक्रम में आए हुए अतिथि गण श्री सत्य प्रकाश जी ने विगत कुछ सालों से अपने जीवन में ध्यान से हुए बदलाव को बतलाया। श्री जिम्मी कुमार अमित जी ने प्राणिक हीलिंग के द्वारा जो ध्यान सिखाया गया उसके माध्यम से अपने जीवन में हुए बदलाव के बारे में लोगों को बतलाया। आज के आयोजन में श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र के बाल वैज्ञानिक मास्टर प्रबोध तिवारी के द्वारा ध्यान के वैज्ञानिक पहलुओं पर चर्चा की गई मास्टर प्रबोध ने बताया कि ध्यान करने से हमारे शरीर में वैज्ञानिक बदलाव होता है रासायनिक बदलाव होता है एवं मनोवैज्ञानिक बदलाव भी होता है। आज के इस दिव्य ध्यान को करने के लिए दूरदराज से लोग शामिल हुए। सब ने अपने भारत देश की अमन चैन के लिए प्रार्थना किया।
भारत में एक अच्छी सरकार बने इसके लिए भी प्रार्थना किया एवं पूरे देश दुनिया की कल्याण के लिए प्रार्थना किया आज के इस आयोजन को सफल बनाने में प्राणिक हीलर एवं अर्हाटिक योगी श्रीमती सविता तिवारी, दिशा की प्रेरणा माता श्रीमती सावित्री देवी, दिशा के मीडिया प्रभारी पंडित उमेश तिवारी, दिशा के सदस्यगण, मोहन राय, परमानंद यादव अजय कुमार, उर्मिला देवी, सच्चिदानंद शर्मा, खुशबू, गायत्री, जयंती, पुष्पांजलि, मंजू, शकुंतला, बबीता, प्रेमा देवी, दीनानाथ कुमार, अजय राम, अभय दास, मोहम्मद आरिफ आलम, मोहम्मद कलाम,दिनेश तिवारी,कुमारी इन्दु एवं प्रणव तिवारी का रहा।

रिपोर्ट-उमेश तिवारी

Ravi sharma

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