पटना — बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ और सरकार के बीच मांगों को लेकर चल रही रस्साकसी के बीच पंचायती राज विभाग, बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह की ओर से एक विस्तृत पत्र जारी कर बताया गया है कि वंशावली बनाने का सक्षम प्राधिकार ग्राम कचहरी सरपंच होंगे।
इस संबंध में संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमोद कुमार निराला ने बताया कि आख़िरकार पंच सरपंच संघ का अथक संघर्ष सफलता के रूप में दिखने लगा है। तोड़ मरोड़ कर ही सही वंशावली ग्राम कचहरी के हवाले विभाग को करनी पड़ा है पर संघ इससे संतुष्ट नहीं हैं। यह एक लॉलीपॉप है। सुबे के ग्राम कचहरी प्रतिनिधि तथा कर्मी ३१ दिसंबर तक ११ सूत्री माँग में से 07/08 माँग पुरा करने की घोषणा सरकार द्वारा दी गई आश्वासन के आलोक में कर रही हैं अन्यथा 12 जनवरी 2024 को पंच परमेश्वर ऐतिहासिक रूप से सामुहिक इस्तीफ़ा, त्यागपत्र रूपी क़दम उठाएँगे तथा ग्राम कचहरी पंचायती राज व्यवस्था को सदा सदा के लिए बंद करने का माँग महामहिम राज्यपाल महोदय से करेंगे। जिसकी सारी ज़िम्मेदारी राज्य सरकार, शासन प्रशासन की होगी । उन्होंने कहा कि राज्य के 80 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व पंच सरपंच करते हैं, आख़िरकार वंशावली पुनः सरपंचों को सरकार ने दिया पर जटिल बना दिया है जिससे जनता जनार्दन का काफ़ी समय और पैसा बर्बाद होगा। इसे सीधे ग्राम कचहरी के हवाले कर देना चाहिए था। फिर भी चलीए इसे भी हम लोग स्वीकार करते हैं पर हम अपने माँगो पर डटे हुए हैं और रहेंगे।