अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली – गुजरात से भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद अभय भारद्वाज का निधन हो गया। वे विगत 40 दिनों से कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे थे , जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा था और ईलाज के दौरान उनका निधन हो गया। फेफड़ों में समस्या के चलते उनको ईलाज के लिये एयर एम्बुलेंस के माध्यम से चेन्नई के लिये एयरलिफ्ट किया गया था। उनका 31 अगस्त को कोविड -19 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और राजकोट में राज्य सरकार द्वारा संचालित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया था। उनके ऑक्सीजन स्तर में गिरावट आने के बाद उन्हें 15 सितंबर को वेंटिलेटर पर रखा गया था। अभय भारद्वाज का पूरा नाम अभय गणपतराय भारद्वाज था। उनका जन्म 02 अप्रैल 1954 को गुजरात में हुआ था। वो पेशे से एक अधिवक्ता थे जो बाद में राजनीति में आने के बाद राज्य सभा के सदस्य बने। भारतीय जनता पार्टी के नेता अभय भारद्वाज अपने कॉलेज के दिनों से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे , वे कट्टर संघी थे। उन्होंने 1995 में गुजरात विधानसभा चुनाव में राजकोट पश्चिम से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में भी चुनाव लड़ा लेकिन हार गये थे। अभय भारद्वाज भारत के 21 वें विधि आयोग के सदस्य भी थे और उन्होंने मुस्लिम महिलाओं (विवाह पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 और यूनिफॉर्म सिविल कोड जैसे कानून में महत्पूर्ण योगदान दिया। वे अगस्त 2020 में हुये राज्यसभा चुनाव में राज्यसभा के सदस्य चुने गये थे।
पीएम मोदी ने जताया शोक
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अभय भारद्वाज के निधन पर प्रधानमंत्री ने शोक जताते हुये कहा कि अभय भारद्वाज जी एक प्रतिष्ठित वकील थे और समाज की सेवा में हमेशा सबसे आगे रहे। यह दु:ख की बात है कि हमने एक उज्ज्वल और बुद्धिजीवी व्यक्ति को खो दिया , जो राष्ट्रीय विकास के बारे में सदा से भावुक रहे। पीएम मोदी ने उसके परिवार तथा मित्रों के लिये संवेदनायें व्यक्त करते हुये दिवंगत आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना की।