अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली — कल संसद के शीतकालीन सत्र की शुरूआत में मार्शल इस बार सेना जैसे बदले हुये वेशभूषा में नजर आये। इस नई वर्दी पर कुछ राजनीतिक नेताओं तथा प्रबुद्ध नागरिकों की टिप्पणियों के बाद सभापति ने इसकी समीक्षा के आदेश दे दिये। नई ड्रेस को लेकर पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीपी मलिक ने विरोध किया था। उन्होंने अपनी असहमति एक ट्वीट के जरिये जाहिर की जिसमें उन्होंने लिखा था कि सेना से संबंध न रखने वाले लोगों द्वारा सैन्य यूनिफॉर्म की नकल करना और पहनना अवैध है और सुरक्षा के लिये जोखिम है।