मासिक सकारात्मक परिचर्चा एवं साप्ताहिक ध्यान का आयोजन-हाजीपुर

हाजीपुर,हरिहरक्षेत्र-आज रविवार को मासिक सकारात्मक परिचर्चा एवं साप्ताहिक द्विहृदय ध्यान का आयोजन “डिवाईन इंडिया सायंस एण्ड स्प्रिचुअल हैप्पीनेश एसोसिएशन-दिशा” के सभागार में हुआ.आज के परिचर्चा का विषय “समय एवं अर्थ(धन) का सकारात्मक प्रयोग कैसे?” रखा गया.कार्यक्रम के प्रारम्भ में दिशा के मीडिया प्रभारी एवं प्राणिक हीलर पं० उमेश तिवारी ने सभी उपस्थित लोगों को द्विहृदय ध्यान करवाया और कहा की ध्यान ही वह माध्यम जिससे हम स्ट्रेश,अवसाद,शारीरिक एवं मानसिक रोगों से बच सकते हैं साथ ही श्री तिवारी ने बताया की इस प्राणिक हीलिंग के ध्यान को सिख कर हम दुसरों को भी स्वस्थ रख सकते हैं.इस ध्यान को दिशा के द्वारा सप्ताह में दो दिन रविवार और गुरुवार को नि:शुल्क भी सिखायी जाती है.
ध्यान के बाद पहला संबोधन प्रो०योगेन्द्र शर्मा जी का रहा जिसमें उन्होंने बताया की हम अनजाने में ही जो मोबाईल में गप्पे मारने में समय बिताते हैं,उस समय को हम अपनी प्रतिभा को बढाने,किसी को सही मार्गदर्शन देने में लगा कर एवं बेवजह के खर्च को बचाकर अपने भविष्य के लिए साथ हि समाज कल्याण में धन को लगाकर सकारात्मक प्रयोग कर सकते हैं. वाणिज्य के विद्यार्थी मास्टर प्रबोध तिवारी ने प्रतिदिन अपने खर्च में से बचाकर धन एवं अपने चौबीस घंटे के समय में से कम से कम एक घंटा बचाकर अपने एवं समाज की सेवा करकर सदुपयोग की बात कही.
लोगों को पॉजिटिव थाॅट से ओतप्रोत करने वाले,प्राणिक हीलिंग प्रशिक्षक एवं दिशा के संस्थापक सचिव आचार्य राजेश तिवारी ने कहा की जिससे पुछिए की कुछ अच्छा काम करने के लिए समय और धन है,तो एक ही उत्तर सुनने को मिलता है,नहीं, लेकिन सच तो यही है,की आज हम व्यस्त और गरीब कम ,अस्त-व्यस्त ज्यादा हो गयें हैं.इसे समय रहते रोकना होगा. हमें “व्यस्त रहो-मस्त रहो!” का सूत्र एवं फिजुलखर्ची को रोको-सृजन में लगाओ का सूत्र अपनाना होगा. तभी हम समय एवं अर्थ यानी धन का सही सदुपयोग कर पायेंगे.


कार्यक्रम में वाराणसी से ऑनलाईन भाग लेते हुए प्राणिक हीलर सह प्रशिक्षक श्री हरिश वासवाणी ने बताया की हम जो भी कमाते हों,उसमें से कम से कम दस प्रतिशत समाज रुपी भगवान के लिए एवं तीस प्रतिशत अपने भविष्य के लिए जमा करते रहना चाहिए.समय को भी व्यवस्थित दिनचर्या के अनुसार खर्च करनी चाहिए.
दलसिंह सराय से सायजामाईक्रोफिनांस के ब्रान्च मैनेजर मि०दिनेश तिवारी ने बताया की अगर आपके पास पैसा है समय है तो उसे सङने-गलने मत दिजिए उसका उचित जगह पर उचित समय पर खर्च किजिए यानी इन्वेस्ट किजिए,परोपकार में भी लगाईए.
परिचर्चा में युगल किशोर जी,अजय जी,रामप्रित चौरसिया जी,मास्टर सौरभ मिश्रा जी,श्रीमती सविता तिवारी जी,अक्षत जी,पुग्गु कुमार जी,कुमार कुन्दन जी,सुश्री करुणा जी,अमित कुमार जी ने भी धन एवं समय के महत्व के बारे में बताते हुए उसके सदुपयोग के बारे में भी बताया.
मास्टर प्रणव तिवारी एवं सुश्री पुष्पाञ्जली प्रज्ञा ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए दिसम्बर माह में होने वाले सकारात्मक परिचर्चा में आने के लिए लोगों से निवेदन किया. दिसम्बर का विषय है- धन को आकर्षित कैसे करें?
आज के आयोजन को सफल बनाने में माण्डवी,जाह्नवी, पियंका एवं सोनल कुमार के साथ सभी दिशा सदस्यों का भरपूर योगदान रहा

Ravi sharma

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