अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली — संसद के मानसून सत्र के नवमें दिन सुबह सोमवार को उपसभापति के साथ दुर्व्यवहार करने वाले निलंबित आठ सांसदों ने रात भर संसद परिसर में धरना दिया। सुबह उपसभापति हरिवंश उनसे मिलने के लिये चाय नाश्ता लेकर पहुंँचे। लेकिन सांसदों ने इसे लेने से इनकार कर दिया। इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने उपसभापति की तारीफ की। वहीं उपसभापति अपने साथ हुये विपक्ष के सांसदों के दुर्व्यवहार के खिलाफ एक दिन का उपवास रखेंगे। इसके अलावा विपक्ष ने निलंबित सांसदों का मुद्दा उठाते हुये उनके निलंबन रद्द करने की मांग की। राज्यसभा से निलंबित सांसदों का मामला विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा में उठाया। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ये भी कहा कि सरकार कृषि बिल को वापस ले। इस पर स्पीकर ने कहा कि राज्यसभा का मामला यहांँ नहीं उठ सकता। एक बार जो विधेयक पास हो गया वो वापस नहीं होगा। कृषि बिल पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस के दांत खाने के और हैं, दिखाने के और। वे एक सदन में कुछ कहते हैं और दूसरे सदन में कुछ और। बिल के खिलाफ जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं वो किसान नहीं हैं बल्कि वे कांग्रेस से जुड़े हुये हैं। कृषि बिल से किसानों को फायदा होगा , उनकी आय बढ़ेगी। वहीं सपा सांसद रामगोपाल यादव ने हंगामे पर कहा कि सरकार ने संयम से काम लिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोगों से गलती हुई है और जो बड़े होते हैं, उनका दिल बड़ा होना चाहिये ,उन्हें माफ करना चाहिये। उनका निलंबन रद्द किया जाये , मैं सभी सांसदों की तरफ से माफी मांँगता हूंँ। एनसीपी प्रमुख शरद पवार निलंबित सांसदों के समर्थन में आ गये हैं. वह सांसदों के लिये एक दिन का उवपास रखेंगे।
लोकसभा का बहिष्कार करने के बाद विपक्ष के नेताओं की लोकसभा स्पीकर से साथ बैठक कर रहे हैं। अधीर रंजन चौधरी, टीआर बालू, सुप्रीया सुले, कल्याण बनर्जी समेत विपक्ष के अन्य नेता बैठक में मौजूद हैं। विपक्ष द्वारा सदन की कार्यवाही के बहिष्कार के बीच कृषि से जुड़ा तीसरा बिल आवश्यक वस्तु विधेयक 2020 राज्यसभा से पास हो गया , जबकि कृषि से जुड़े दो बिल पहले ही राज्यसभा से पास हो चुके हैं। राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय विधेयक और कराधान , राष्ट्रीय जैविक विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक , राष्ट्रीय औषधीय विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक, कंपनी (संशोधन) विधेयक, बैंक विनियमन (संशोधन) सहित सात विधेयक पास हो गये हैं। इसी के साथ राज्यसभा की कार्यवाही अगले दिन तक के लिये सुरक्षित कर दी गयी।लोकसभा का बहिष्कार करने के बाद विपक्ष के नेताओं की लोकसभा स्पीकर से साथ बैठक भी हुआ। जिसमें अधीर रंजन चौधरी, टीआर बालू, सुप्रीया सुले, कल्याण बनर्जी समेत विपक्ष के अन्य नेता बैठक में मौजूद रहे।