नईदिल्ली-केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय से एक बड़ी खबर निकल कर आ रही हैं. खबर के मुताबिक गृह मंत्रालय कि ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि दुसरे प्रदेशों मे काम करने गए फंसे कामगारों, मजदूरों को स्पेशल ट्रेन से वापस नहीं लाया जाएगा. जारी आदेश के मुताबिक स्पेशल ट्रेन से सिर्फ उन्हीं लोगो को वापस लाया जाएगा जो लॉकडाउन के ठीक पहले किसी कारणवश किसी अन्य प्रदेश मे गए थे और पूरे देश मे लॉकडाउन लग जाने के कारण वापस अपने गृह राज्य नहीं लौट सके.
एक आदेश पत्र जारी कर गृह मंत्रालय ने यह बात स्पष्ट कर दी है.जिसके बाद बिहार वापसी कि आशा लगाये अन्य प्रदेशों मे फंसे बिहार के लगभग 27 लाख लोगो को एक बड़ा झटका लगा है.आपको बता दे कि अन्य प्रदेशों मे फंसे मजदूरों, कामगारों के सामने कल-कारखाने बंद होने के कारण भारी आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है.जिसके कारण वो भुखमरी कि समस्या से जुझ रहे है.साथ ही जिन प्रदेशों मे भारी संख्या मे यथा गुजरात, महाराष्ट्र आदी मे मजदूर फंसे है वहां कोरोना वायरस से फैली महामारी भी बिहार कि अपेक्षा ज्यादा है.इस आदेश के जारी होने के बाद मुमकिन है कि मजदूर एक बार फिर पैदल वापसी करने का प्रयास करेंगे. हालांकि पैदल वापसी काफी मुश्किल और जोखिम भरा कार्य है.और पैदल वापसी करना उनके लिए हितकर नहीं होगा.वही अनुमान लगाया जा रहा है कि भारी संख्या मे मजदूरों, कामगारों के बिहार वापसी संबंधी आवेदन के बाद उद्योगपति वर्ग की ओर से सरकार पर यह दबाव बनाया गया है. मानना है कि अगर भारी संख्या मे मजदूरों, कामगारों का पलायन हो जाएगा तो उन प्रदेशों मे लॉकडाउन के बाद उद्योग-धंधों को शुरू करना काफी मुश्किल हो जाएगा. बहरहाल मजदूर, कामगार परेशान है और केंद्र और अपने प्रदेश कि सरकारों से मदद की उम्मीद मे है.