अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर — मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज देर शाम किसानों को सम्बोधित करते हुये फसलों को सुरक्षित रखने के लिये खुले में चरने वाले पशुओं पर रोक लगाने की अपील की। उन्होंने किसानों, ग्रामीणों और पंच-सरपंचों से आग्रह भी किया कि गांवों में 19 तारीख तक रोका छेंका की व्यवस्था कर ली जाये। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना की एक किश्त किसानों को मिल चुकी है। दूसरी किश्त राजीव गांधी की जयंती पर 20 अगस्त को मिलेगी। मुख्यमंत्री बघेल ने ‘‘छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी — नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी‘‘ के बारे में कहा कि इस साल हम नरवा के संरक्षण और पुनर्जीवित करने के लिये 1300 नरवा के लिये हमने प्रोजेक्ट बनाया है। अगले साल भी इस योजना को लगातार चालू रखेंगे। मनरेगा में बहुत से काम हुये हैं जिनमें गौठान निर्माण के काम भी हुआ हैं। अभी तक करीब 2200 गौठान का निर्माण हो चुका है जबकि 2800 गौठान निर्माणाधीन हैं जो बहुत जल्द पूरा हो जायेगा। गौठान में बहुत सी गतिविधि संचालित होना है। इससे रोजगार के अवसर निर्मित होंगे, खाद भी बनेगी. आजीविका की अनेक प्रकार की व्यवस्था की जायेगी। इन सभी गतिविधियों में आप सब बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। इस साल कोरोना के संकट के बावजूद भी किसानों को किसी प्रकार की तकलीफ ना हो इसके लिये कृषि विभाग और सहकारिता विभाग मिलकर प्रत्येक सोसायटी में खाद-बीज की व्यवस्था की है। अभी तक लगभग 60 प्रतिशत किसान खाद-बीज उठा चुके हैं और जो किसान नहीं उठाये हैं उनसे भी आग्रह है कि वे खाद-बीज का उठाव कर लें ताकि जो हमारे भंडार गृह हैं उनमें और खाद-बीज लाकर रख सकें। हमारी जो बाड़ी योजना है, उसमें भी बीज वितरण किया जा रहा है। हम चाहते हैं कि आपकी बाड़ी में हर प्रकार की सब्जियों का उत्पादन हो, फल भी उत्पादन हो, इसके लिये पर्याप्त बीज की व्यवस्था की गई है इसका लाभ किसान भाई-बहन उठायें ताकि आज कुपोषण की लड़ाई छत्तीसगढ़ सरकार लड़ रही है. उसमें हमें सफलता मिले और हमारे बच्चे तंदरूस्त हो और हम सब कुपोषण से बचें।