बारह मई को खुलेंगे चार धामों में प्रमुख श्रीबद्रीनाथ धाम के कपाट

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नरेंद्रनगर (टिहरी) – उत्तराखंड के प्रतिष्ठित चार धाम की मुख्य बद्रीनाथ धाम की यात्रा की शुरुआत का ऐलान कर दिया गया है। धार्मिक समारोह शुरू होने के साथ ही पूजा अर्चना , पंचांग गणना के बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि आज बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर परंपरागत रूप से नरेंद्र नगर स्थित राजदरबार में तय की गई।टिहरी राजदरबार नरेंद्रनगर में आज प्रातः से कपाट खुलने की तिथि घोषित करने के लिये कार्यक्रम शुरू हआ। महाराजा मनुज्येंद्र शाह की उपथिति में पंचांग गणना पश्चात राजपुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल ने वैदिक मंत्रोच्चारण और विधि-विधान के साथ गणेश पूजन, पंचांग पूजन और चौकी पूजन के बाद महाराजा का वर्षफल और ग्रह नक्षत्रों की दशा देखकर कपाट खोलने की तिथि तय कर महाराजा के सम्मुख रखी। तत्पश्चात महाराजा मनुज्येंद्र शाह ने कपाट खुलने की तिथि की विधिवत घोषणा की , इस दौरान राजमहल परिसर जय बद्रीविशाल के उद्घोष से गूंज उठा। महाराजा मनुज्येंद्र शाह ने बताया कि करोड़ों हिन्दूओं की आस्था के प्रतीक भगवान श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को सुबह छह बजे खोले जायेंगे। चौदह फरवरी बुधवार को बसंत पंचमी के अवसर पर श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत द्वारा गाडू घड़ा नरेंद्र नगर स्थित राजमहल को सौंपा गया। इसके बाद राजमहल में 25 अप्रैल को गाडू घड़ा में तिलों का तेल पिरोकर कपाट खुलने से पूर्व बद्रीनाथ धाम पहुंचाया जायेगा। कपाट खुलने के बाद यह तेलकलश भगवान श्री बद्रीविशाल के नित्य अभिषेक में प्रयोग किया जायेगा। बताते चलें इस वर्ष अक्षय तृतीया 10 मई को है , इस कारण गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट 10 मई को खुल जायेंगे। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख का ऐलान किया जाता है। बद्रीनाथ के कपाट खुलने की तारीख का ऐलान हर साल बसंत पंचमी के दिन होता है। बुधवार को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि का ऐलान कर दिया गया। अब केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि का ऐलान किया जायेगा। चौदह मई तक केदारनाथ यात्रा शुरू होने का भी अनुमान जताया जा रहा है। विधिवत तरीके से महाशिवरात्रि के मौके पर केदारनाथ यात्रा की शुरुआत होने की घोषणा की जायेगी। आज श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होने के अवसर पर राजमहल में कपाट खुलने की तिथि तय होने के अवसर ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामीश्री: अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ महाराज के शिष्य मुकुन्दानंद ब्रह्मचारी, भगवान बद्रीविशाल के मुख्यपुजारी ईश्वरप्रसाद नम्बूदरी , सांसद राज्यलक्ष्मी शाह , बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, डिमरी पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, मंदिर समिति सदस्य वीरेंद्र असवाल, श्रीनिवास पोस्ती, पुष्कर जोशी भास्कर डिमरी, राजपाल जड़धारी, हरीश डिमरी, विनोद डिमरी, सुरेश डिमरी, मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, अनुसचिव धर्मस्व रमेश रावत, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, निजी सचिव प्रमोद नौटियाल, मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़, माधव नौटियाल, संजय डिमरी, ज्योतिष डिमरी, शिवानन्द उनियाल सहित कई विशिष्टजन एवं बड़ी संखा में श्रद्धालुगण विशेष रूप से उपस्थित थे।

मंदिर को पिकनिक स्पाट ना बनायें – अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती
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उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामीश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती महाराज ने अपने वक्तव्य में कहा कि आजकल बड़ी संख्या में हम लोग तीर्थों, मंदिरों की ओर आ रहे हैं। जब हम घर से निकलें तो हमें ये ध्यान रखना चाहिये कि मंदिर पिकनिक स्पाट या टाइमपास करने की जगह नही है। अपितु आध्यात्मिक अनुभूति और परमानन्द प्राप्त करने की जगह है , जितना हो सके कष्ट सहकर अपने ज्ञात-अज्ञात पापों का प्रायश्चित करें।

Ravi sharma

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