पीएम मोदी ने दिया ‘‘एक धरती, एक स्वास्थ्य” का मंत्र

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली — कोरोना महामारी के दौर में दुनियां की सात बड़ी आर्थिक शक्तियां जी-7 समिट में हिस्सा लेने पहुंची जिसमें पीएम मोदी वर्चुअली जुड़े। जी-7 शिखर सम्मेलन के माध्यम से पिछले दो साल में पहली बार दुनियां की सात बड़ी आर्थिक शक्तियां एक साथ एक मंच पर नजर आयी। चीन और रूस अलग-अलग कारणों के चलते इस शिखर सम्मेलन का हिस्सा नहीं बन पाये हैं। इस शिखर सम्मेलन के एक सत्र को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी से प्रभावी तौर पर निपटने के लिये ‘‘एक धरती, एक स्वास्थ्य” दृष्टिकोण को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कोरोना वैक्सीन के लिये पेटेंट छोड़ने को लेकर जी-7 के देशों के समर्थन का भी आग्रह किया। साथ ही भविष्य की महामारी को रोकने के लिये वैश्विक एकजुटता , नेतृत्व और तालमेल का आह्वान करते हुये मोदी ने चुनौती से निपटने के लिये लोकतांत्रिक और पारदर्शी समाजों की विशेष जिम्मेदारी पर जोर दिया। ‘एक धरती, एक स्वास्थ्य’ दृष्टिकोण अपनाने के मोदी के आह्वान का जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने समर्थन करते हुये कहा कि ऑस्ट्रेलिया और कुछ अन्य देशों ने भी कोरोना वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिये पेटेंट पर छूट के मोदी के आह्वान का जोरदार समर्थन किया है। भारत और दक्षिण अफ्रीका ने विश्व व्यापार संगठन में यह प्रस्ताव रखा है।पीएम मोदी ने कोविड संबंधी प्रौद्योगिकियों पर पेटेंट छूट के संबंध में भारत , दक्षिण अफ्रीका द्वारा डब्ल्यूटीओ में दिये गये प्रस्ताव के लिये जी-7 के समर्थन का भी आह्वान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने जी-7 के ‘बिल्डिंग बैक स्ट्रांगर-हेल्थ’ संपर्क सत्र को संबोधित करते हुये महामारी से निपटने के लिये भारत के ‘समग्र समाज’ के दृष्टिकोण को रेखांकित किया और सरकार , उद्योग और सिविल सोसाइटी के प्रत्येक स्तर पर प्रयासों में तालमेल के बारे में बताया।उन्होंने वैश्विक स्वास्थ्य शासन में सुधार को लेकर सामूहिक प्रयासों के लिये भारत के सहयोग की प्रतिबद्धता जतायी. उन्होंने कोविड संबंधी प्रौद्योगिकियों पर ट्रिप्स (बौद्धिक संपदा अधिकार के कारोबारी पहलुओं संबधी छूट) के लिये भारत और दक्षिण अफ्रीका द्वारा विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में दिये गये प्रस्ताव पर जी-7 के समर्थन का भी आह्वान किया। बता दें कि जी-7 में ब्रिटेन , कनाडा , फ्रांस , जर्मनी , इटली , जापान और अमेरिका शामिल हैं। जी-7 की अध्यक्षता कर रहे ब्रिटेन ने भारत , ऑस्ट्रेलिया , दक्षिण कोरिया और दक्षिण अफ्रीका को अतिथि देश के तौर पर आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री मोदी आज भी जी-7 सम्मेलन के समापन अवसर पर भागीदारी करेंगे और दो सत्र को संबोधित करेंगे।

Ravi sharma

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