दस दिवसीय खादी मेला सह उधमी बाजार में गौरैया संरक्षण का स्टॉल लोगों के बीच बना आकर्षण का केंद्र–हाजीपुर

गौरैया के संरक्षण के साथ साथ दूसरे जीवों का भी होता है संरक्षण


हाजीपुर–बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड,पटना द्वारा हाजीपुर कचहरी मैदान में आयोजित दस दिवसीय( 23 जून से 02 जुलाई23तक) खादी मेला सह उधमी बाजार में गौरैया संरक्षण का स्टॉल लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।गौरैया संरक्षण को लेकर इन्वायरमेंटल वारियर्स और हमारी गौरैया,पटना द्वारा स्टॉल लगाया गया है। जिसमें गौरैया के लिए कृत्रिम आवास यानी तरह तरह का घोंसला, गौरैया का आहार और संजय कुमार द्वारा खींची गई गौरैया की तस्वीरें प्रदर्शित की गई है। साथ ही गौरैया संरक्षण पर संजय कुमार की पुस्तक ‘ओ री गौरैया’ और ‘अभी मैं ज़िंदा हूँ गौरैया’ भी रखी गई है।

गौरैया प्रदर्शनी मासूम रंजन के नेतृत्व में लगायी गयी है जबकि मौक़े पर लोगों को गौरैया संरक्षण के बारे में नीलमणि कुमार, मयंक कुमार,रवि किशन, बिट्टू कुमार एवं सुमित कुमार जानकारी दे रहें हैं।

मेले के तीसरे दिन रविवार को इन्वायरमेंटल वारियर्स और हमारी गौरैया के अध्यक्ष निशांत रंजन ने मुख्य मंच पर से गौरैया का संरक्षण क्यों विषय पर लोगों को जानकारी दी। निशांत रंजन ने बताया कि बिहार की राजकीय पक्षी गौरैया का बसेरा इंसानों के घर-आंगन में हुआ करता था। लेकिन पर्यावरण को ठेंगा दिखाते हुए कंक्रीट के जगंल में तब्दील होते शहर और फिर गांव ने इन्हें हमसे दूर कर दिया है। उन्होंने बताया कि गौरैया की संख्या में कमी के पीछे कई कारण हैं जिन पर लगातार शोध हो रहे हैं। गौरैया की संख्या में कमी के पीछे के कारणों में बढ़ता आवासीय संकट, आहार की कमी, खेतों में कीटनाशक का व्यापक प्रयोग, जीवनशैली में बदलाव, जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, शिकार, गौरैया को बीमारी और मोबाइल फोन टावर से निकलने वाले रेडिएशन को दोषी बताया जाता रहा हैं। ऐसे में हमें कोशिश करनी होगी और गौरैया की घर वापसी करवानी होगी। निशांत ने कहा कि इन्वायरमेंटल वारियर्स और हमारी गौरैया के संयोजक एवं बिहार के गौरैया मैन संजय कुमार की यह पहल घर आँगन,बालकोनी,छतऔर खुले में “रखे दाना -पानी, लगायें घोंसला व पेड़, दें थोड़ा सा प्यार ने” गौरैया संरक्षण को लेकर चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम का असर पड़ा है लोगों ने गौरैया के लिए दाना पानी रखने लगे हैं और बॉक्स भी लगने लगे हैं।गौरैया की घर वापसी भी हो रही है।

मेला के उद्घाटनकर्ता दौरान समीर कुमार महासेठ, उधोग विभाग,बिहार सरकार ने भी गौरैया स्टॉल का मुआयना किया था और बिहार की राजकीय पक्षी को बचाने की पहल को सराहा था।

Ravi sharma

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