अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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न्यूयॉर्क (अमेरिका) – संयुक्त राष्ट्र में एयर इंडिया की महिला पायलट कैप्टन जोया अग्रवाल जेनरेशन इक्वलिटी के तहत महिला प्रवक्ता चुनी गई हैं , वे अब भारत का मान बढ़ायेंगी। इस सम्मान पर उन्होंने कहा कि मैं बहुत ही सौभाग्यशाली हूं जो संयुक्त राष्ट्र महिला जैसे मंच पर अपने देश और एयर इंडिया के ध्वजवाहक का प्रतिनिधित्व करूंगी , यह मेरे लिये बड़े गर्व की बात है। उन्होंने आगे कहा कि मैं बहुत ही सम्मानित महसूस कर रही हूं कि मुझे इतना बड़ा अवसर मिला है। कैप्टन जोया ने अपनी उपलब्धियों के लिये भारत सरकार और एयर इंडिया को धन्यवाद देते हुये कहा कि मैं हमारी सरकार की आभारी हूं कि मुझे इस वर्दी में देश की सेवा करने का अवसर मिला है , साथ ही अपनी एयर इंडिया की भी आभारी हूं जिसने मुझे संयुक्त राष्ट्र की महिलाओं के वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम होने के लिये यहां तक पहुंचने की इजाजत दी।
गौरतलब है कि कैप्टन जोया जब आठ साल की थीं तभी से उन्होंने सितारों को छूने का सपना देखना शुरू कर दिया था। वह आसमान में उड़ना चाहती थी और आज एयर इंडिया में कमांडर हैं जो पूरी दुनियां में बोइंग 777 विमान उड़ा रही हैं। उनका कहना है कि जब आप अपनी आंतरिक आवाज पर भरोसा करते हैं तो कुछ भी असंभव नहीं होता। हर महिला को सपने देखने चाहिये और उन्हें पूरा करने के लिये खुद पर विश्वास करना चाहिये। चाहे उनकी मुश्किलें कुछ भी हों , कड़ी मेहनत करें , ध्यान केंद्रित और समर्पित रखें , अपने लक्ष्य के लिये पूरा प्रयास करें लेकिन कभी हार ना मानें। बताते चलें कैप्टन जोया अग्रवाल एयर इंडिया में सीनियर पायलट और बतौर कमांडर बी-777 हैं , उनके पास हवाई जहाज उड़ाने का दस साल से भी ज्यादा अनुभव है। वे वर्ष 2013 में बोइंग -777 उड़ाने वाली भारत की सबसे कम उम्र की महिला पायलट बनी थीं। वे वर्ष 2015 में मीडिया में तब चर्चा में आयी जब न्यूयॉर्क जाने वाली उड़ान में एक यात्री की जान बचाने के लिये उन्होंने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इमरजेंसी लैडिंग की। यात्री को सांस फूलने की शिकायत हुई थी , जिसके बाद जोया ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इमरजेंसी लैडिंज ली , जहां से यात्री को अस्पताल ले जाया गया और उसकी जान बच गई। इस बात के लिये जोया कई दिनों तक मीडिया में छाई रहीं थीं। कोविड-19 महामारी के दौरान भारत सरकार ने मई 2020 में एयर इंडिया की 64 उड़ानों में 12 देशों से लगभग 14,800 भारतीयों को इंडिया वापस लाने के लिये ‘वंदे भारत मिशन’ की शुरुआत हुई थी। तब जोया अग्रवाल को एयरलाइन द्वारा पहली प्रत्यावर्तन उड़ान के सह-पायलट के लिये चुना गया था।उन्होंने एयर इंडिया के साथ इस साल जनवरी में किसी भी एयरलाइन द्वारा भारत के लिये सबसे लंबी नॉन-स्टॉप कामर्शियल फ्लाइट उड़ाकर विमानन में इतिहास रचा था। इन दिनों कैप्टन जोया अग्रवाल एयर इंडिया की सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु की फ्लाइट की कमान संभाल रही हैं।