चरणजीत सिंह चन्नी ने सम्हाली पंजाब की कमान

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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चंडीगढ़ — चमकौर साहिब के विधायक चरणजीत सिंह चन्नी ने आज पंजाब के नये मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राजभवन में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने चन्नी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। यह कुर्सी कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। चरणजीत चन्नी अब पंजाब के इतिहास में अनुसूचित जाति के पहले मुख्यमंत्री बन गये हैं। वहीं जट्‌टसिख कम्युनिटी से सुखजिंदर सिंह रंधावा और हिंदू नेता के तौर पर ओमप्रकाश सोनी को डिप्टी सीएम बनाया गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस समारोह में शामिल होने के लिये राजभवन पहुंचे लेकिन तब तक चन्नी शपथ ले चुके थे। जबकि अपमानित होकर मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने को मजबूर हुये कैप्टन अमरिंदर सिंह शपथ ग्रहण समारोह में नहीं आये। राजभवन में केवल चालीस लोगों को प्रवेश मिली थी जिसमें चन्नी के रिश्तेदार , सीनियर अधिकारी और कांग्रेस के सीनियर नेता व कुछ विधायक ही शामिल थे। शपथ ग्रहण समारोह में मंच संचालन चीफ सेक्रेटरी विनी महाजन ने किया।
चरणजीत सिंह चन्नी के सीएम बनने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम और डिप्टी सीएम को बधाई दी। शपथ लेने के बाद सीएम चन्नी ने मुख्‍यमंत्री कार्यालय पहुंचकर अपना कार्यभार सम्हाला। चमकौर साहिब से विधायक चन्नी पंजाब में सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं , जो रामदसिया समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस मार्च 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले 32 फीसदी दलित मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है। चन्नी प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली अकाली-बीजेपी सरकार के दौरान पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं।

पीएम मोदी ने दी बधाई
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर पंजाब के नये मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी को बधाई दी। मोदी ने कहा कि पंजाब के लोगों की भलाई के लिये पंजाब सरकार के साथ मिलकर काम करते रहेंगे। वहीं बहुजन समाज पार्टी की प्रधान मायावती ने चन्नी को बधाई देते हुये अनुसूचित जाति को कांग्रेस से सावधान रहने को कहा है। मायावती ने कहा कि चन्नी को सीएम बनाना कांग्रेस का चुनावी हथकंडा है।

विपक्षियों के सामने नई चुनौती
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पंजाब में विरोधियों ने जो वादे किये थे वे कांग्रेस ने अभी पूरे कर दिये। भाजपा ने अनुसूचित जाति के सीएम कहा तो कांग्रेस ने चरणजीत चन्नी को बना दिया। अकाली दल ने एक हिंदू व एक दलित को डिप्टी सीएम बनाने की बात कही थी। कांग्रेस ने हिंदू व जट्‌ट सिख को डिप्टी सीएम बनाकर उसका तोड़ निकाल लिया। अब पंजाब में सरकार बनाने के लिये विरोधियों के आगे नई चुनौती पैदा हो गई हैं। अब जातीय ध्रुवीकरण के मुद्दे पर कांग्रेस के पास उनके लिये सटीक जवाब है।

हमारी सरकार किसानों की सरकार — सीएम चन्नी
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पंजाब के नये मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को शपथ लेने के बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक होते हुये कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने एक आम आदमी को पंजाब की कमान सौंपी है। जिसके घर में छत नहीं थी, उसे आज कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री बना दिया जबकि मेरी इतनी हैसियत नहीं थीं। उन्होंने कहा पंजाब सरकार किसानों के साथ है। मैं सभी किसानों और कर्मचारियों से अनुरोध करता हूं कि आप अपना आंदोलन खत्म कर दें। मुझे थोड़ा समय चाहिये आप सभी की मांगे पूरी होगी। मुझ पर भरोसा रखिये , हर एक शिकायत का हल होगा। यह आम आदमी की सरकार है , कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में बहुत अच्छा काम किया है। चन्नी ने सीएम बनने के बाद ऐलान करते हुये कहा कि किसानों के लिये बिजली मुफ्त होनी चाहिये , इसलिए हमारी सरकार किसानों के बड़े बिजली बिल माफ करेगी। किसी गरीब का कनेक्शन इसलिये नही कटेगा कि वो बिल नही भरता है। अगर किसी की बिजली कटी है तो हम उसके घर बिजली कनेक्शन बहाल करेंगे। हमारी सरकार किसानों की सरकार है। किसानों पर कोई आंच आयेगी, तो मैं अपना गला काट कर दे दूंगा। अगर किसान डूबा तो देश डूब जायेगा, अर्थव्यवस्था डूब जायेगी। किसान खुशहाल होंगे तो ही पंजाब खुशहाल होगा। पंजाब के किसान को कमजोर नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने आगे कहा वे केंद्र सरकार से अपील करेंगे कि तीनों कृषि कानूनों को तुरंत वापस लिये जायें। अगर ये कानून वापस नहीं लिये गये तो किसानी खत्म हो जायेगी और पंजाब के हर परिवार पर फर्क पड़ेगा , हम पंजाब के किसान को कमजोर नहीं होने देंगे। ये पंजाब के आम लोगों की सरकार है , हम भरोसा दिलाते हैं कि किसी के साथ कुछ गलत नही होगा और सभी के लिये कानून एक जैसा होगा।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले चरणजीत सिंह चन्नी फतेहगढ़ साहिब के डेरा संत बाबा राम सिंह गंडुआ वाले के यहां पूरे परिवार के साथ आशीर्वाद लेने पहुंचे। इस अवसर पर उनके साथ सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद रहे। इसके बाद उन्होंने रूपनगर के एक गुरुद्वारे श्री कतलगढ़ साहिब में माथा टेका।

Ravi sharma

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