ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधायें बेहतर हों — पीएम मोदी

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश भर में कोविड-19 के कारण हालात और कोरोना वैक्सीनेशन की प्रगति की समीक्षा और इस संकट से निपटने के लिये वर्चुअल तरीके से एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह , स्वास्थ्य मंत्री डा० हर्षवर्धन , स्वास्थ्य मंत्रालय , इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च के अधिकारी भी शामिल थे। बैठक में प्रधानमंत्री ने देश में जारी वैक्सीनेशन अभियान से जुड़े तमाम मसलों पर चर्चा की और टीकाकरण व कोविड टेस्टिंग की प्रक्रिया में और तेजी लाने को कहा। उन्होंने केंद्र की ओर से भेजे गये वेंटिलेटर जिन राज्यों में अब तक इस्तेमाल नहीं किये गये हैं उन्हें तुरंत इंस्टॉल कराने का सख्त आदेश दिये।उन्होंने ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने पर जोर देते हुये गांवों में घर-घर कोरोना टेस्टिंग और सर्विलांस पर जोर देने के साथ ही साथ उच्च संक्रमण वाले क्षेत्रों में भी टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत बतायी। ग्रामीण इलाकों में होम आइसोलेशन वं ईलाज को समझाने के लिये आसान व सहज भाषा के इस्तेमाल की बात कही। प्रधानमंत्री ने हाई पाजिटिविटी वाले इलाकों में कोरोना टेस्टिंग के लिये आरटीपीसीआर व रैपिड एंटिजन टेस्ट की मदद से तेजी लाने को कहा। पीएम ने कहा कि जिन राज्यों के जिलों में पाजिटिविटी रेट ज्यादा है वहां स्थानीय स्तर पर कंटेनमेंट की रणनीतियों से कोविड-19 संक्रमण की चैन तोड़ी जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि राज्यों को पारदर्शी तरीके से कोविड-19 से जुड़े आंकड़े बताने के लिये प्रोत्साहित किया जाना चाहिये , बिना यह सोचे की इससे उनके प्रयासों को नेगेटिव नजरिये से देखा जायेगा। इसके अलावा ऑक्सीजन सप्लाई के मामले पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके वितरण प्रणाली पर काम किया जाना चाहिये। ग्रामीण इलाकों में आक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करने के लिये एक डिस्ट्रिब्यूशन प्लान तैयार किया जाये जिसमें आक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स का भी प्रावधान हो। उन्होंने कहा कि सभी मेडिकल डिवाइसेज के उपयोग को लेकर हेल्थवर्करों को आवश्यक ट्रेनिंग दी जानी चाहिये। इस बैठक में पीएम मोदी ने आशा और आंगनवाड़ी वर्करों को सभी अनिवार्य जरूरतों को पूरा करने और सशक्त बनाने का जिक्र भी किया। इस बैठक में पीएम मोदी को जानकारी दी गई कि देश में कोविड-19 टेस्टिंग मार्च के शुरुआती दिनों में पचास लाख प्रति सप्ताह थी जो आज 1.3 करोड़ प्रति सप्ताह पहुंच चुकी है। अधिकारियों ने पीएम को घटते टेस्ट पाजिटिविटी रेट और बढ़ते रिकवरी रेट से भी अवगत कराया। अधिकारियों ने पीएम को वेक्सीन की उपलब्धता , वेक्सीनेशन प्रक्रिया की जानकारी दी। साथ ही आगे किस तरह वैक्सीन उपलब्ध करायी जायेगी , इसके रोडमैप पर भी चर्चा हुई। पीएम मोदी ने अधिकारियों से कहा कि वे वेक्सीनेशन की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिये राज्यों के साथ मिलकर काम करें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बिना किसी दबाव के महामारी के सही आंकड़े सामने रखने के लिये प्रोत्साहित करें।

Ravi sharma

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