कैबिनेट मंत्री विनोद सिंह का निधन,अंतिम संस्कार परसों-पटना

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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पटना — बिहार सरकार के पिछड़ा-अति पिछड़ा कल्याण मंत्री मंत्री विनोद सिंह का दिल्ली के मेदांता अस्पताल में देहांत हो गया। वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। नीतीश सरकार मेंं मंत्री विनोद सिंह जून में कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे। उससे ठीक होने के बाद 16 अगस्त को उनको ब्रेन स्ट्रोक हुआ तो उन्हें ईलाज के लिये दिल्ली ले जाया गया। वहाँ गुड़गाँव मेदांता में उनका लगातार उपचार चल रहा था लेकिन कोमा में जाने के बाद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और उपचार के दौरान ही उन्होंने दुनियाँ को अलविदा कह दिया। उनकी पत्‍नी निशा सिंह को भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में कटिहार जिले की प्राणपुर सीट से उम्‍मीदवार बनाया है , विनोद सिंह इसी सीट से भाजपा के विधायक थे। उनके निधन की खबर मिलते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल सहित कई नेताओं ने शोक प्रकट कर इसे बिहार के लिये बहुत बड़ी क्षति बताया है। बिहार के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछड़ा वर्ग अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री विनोद कुमार सिंह के निधन पर दुख व्यक्त करते हुये कहा है कि वे जमीन से जुड़े नेता थे। उनके निधन से राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। दिवंगत विनोद सिंह के पार्थिव शरीर आज देर रात 09:30 बजे इंडिगो की फ्लाईट से दिल्ली से पटना हवाई अड्डा लाया जायेगा। जहाँ से पटना स्थित चितकोहरा पुल के निकट उनके सरकारी आवास पर लाकर रखा जायेगा। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल उसके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनार्थ हेतु बिहार विधानसभा एवं भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय पटना ले जाया जायेगा। इसके बाद दोपहर को पटना से पैतृक आवास गांव परिबायना जिला कटिहार ले जाया जायेगा जहाँ परसों बुधवार को मनिहारी घाट पर कोरोना काल के लिये वर्तमान में लागू दिशा निर्देश के अनुसार उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा।
गौरतलब है कि विनोद सिंह मूल रूप से बिहार के कटिहार जिले के मनसाही प्रखंड के बड़ी बथनागाँव के रहने वाले थे और प्राणपुर विधानसभा से विधायक थे। इनके राजनीतिक सफर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई थी। उन्‍होंने बांग्‍लादेशी घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठायी। इस मुद्दे पर हुए आंदोलन में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्‍होंने पहली बार 1995 में भाजपा के टिकट पर प्राणपुर से चुनाव लड़ा था। उस बार उन्‍हें सफलता नहीं मिली थी लेकिन साल-2000 के चुनाव में वह जीत हासिल करने में कामयाब रहे। वर्ष 2010 में चुनाव में विनोद कुमार सिंह ने कटिहार जिले के प्राणुपुर सीट से चार बार के विधायक महेंद्र नारायण यादव को हरा कर प्राणपुर में दोबारा कमल खिलाया था। इसके बाद वर्ष 2015 में फिर से विनोद कुमार सिंह ने एनसीपी से उम्मीदवार इशरत प्रवीण को हराया था और विधानसभा पहुंँचे थे। तब उन्हें नीतीश सरकार में खनन एवं भूतत्व मंत्री तथा बाद में पिछड़ा तथा अतिपिछड़ा कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गयी थी।

Ravi sharma

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