किसानों के खेत तक पानी पहुंचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता – पीएम मोदी

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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बलरामपुर – भारत दुख में है , लेकिन दर्द सहते हुये भी हम ना अपनी गति रोकते हैं ना ही अपनी प्रगति। भारत रुकेगा नहीं और थमेगा भी नहीं। हम भारतीय मिलकर और मेहनत करेंगे , देश के भीतर और बाहर बैठी हर चुनौती का मुकाबला करते हुये अपने देश को पहले से ज्यादा समृद्धशाली बनायेंगे। देश की नदियों के जल के सदुपयोग हो और किसानों के खेत तक पर्याप्त पानी पहुंचे , यही हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का पूरा होना इस बात का सबूत है कि जब सोच ईमानदार होती है तो काम भी दमदार होता है , यह परियोजना किसानों की बड़ी जरूरत पूरी करेगी।पहले की सरकारें माफियाओं को संरक्षण देना , बाहुबलियों को बढ़ावा देना और जमीनो पर अवैध कब्जे करवाती थी , लेकिन आज योगी की सरकार माफियाओ की सफाई , गरीब , पिछड़ों और आदिवासियों सभी को सशक्त बनाने में जुटी हुई है।


उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उत्तरप्रदेश के बलरामपुर में सरयू नहर नेशनल प्रोजेक्ट का लोकार्पण करते हुये कही। उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुये पीएम मोदी ने कहा कि बलरामपुर क्रांतिकारियों की धरती है ,अयोध्या में बन रहे प्रभु श्रीराम के मंदिर की जब-जब बात होगी तब-तब बलरामपुर के राजा पाटेश्वरी प्रसाद की बात जरूर होगी। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को भी बलरामपुर ने ही गढ़ा है। देश के वीर योद्धा सीडीएस बिपिन रावत को नमन है , उनका जाना देश के लिये बड़ी क्षति है। एक सैनिक तभी तक सैनिक नहीं रहता जब तक वो सेना में रहता है। देश की आन-बान-शान के लिये वो हर वक्त तत्पर रहता है। ना तो उसे शस्त्र छिन्न-भिन्न कर सकते हैं और ना ही अग्नि उसे जला सकती है। जनरल बिपिन रावत जहां भी होंगे वहीं से आने वाले दिनों में अपने भारत को नये संकल्पों के साथ आगे बढ़ते हुये देखेंगे। देश के सीमाओं की सुरक्षा बढ़ाने का काम , बार्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का काम , देश की सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने का काम और तीनों सेनाओं में तालमेल सुदृढ़ करने का अभियान तेजी से आगे बढ़ता रहेगा।उन्होंने आगे कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की जान बचाने के लिये डॉक्टर मेहनत कर रहे हैं। मैं मां पाटेश्वरी से उनके स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं। देश इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ा है। जिन बहादुर सैनिकों ने हादसे में जान की बाजी लगा दी , उनके परिवार के साथ भारतवासियों की दुआयें भी हैं।उन्होंने पहले की सरकारों पर हमला करते हुये कहा कि जब इस परियोजना पर काम शुरू हुआ था तो इसकी लागत 100 करोड़ रुपये से भी कम थी। आज ये लगभग दस हज़ार करोड़ रुपये खर्च करने के बाद पूरी हुई है। पहले की सरकारों की लापरवाही की 100 गुना ज्यादा कीमत देश को चुकानी पड़ी है। यह बेहद दु:खद है कि देश के धन , समय और संसाधनों का दुरूपयोग होता है। उन्होंने कहा कि सरकारी पैसा है तो मुझे क्या, ये सोच देश के संतुलित और संपूर्ण विकास में सबसे बड़ी रुकावट बन गई थी। इसी सोच ने सरयू नहर परियोजना को लटकाया भी और भटकाया भी। आज से करीब-करीब पचास साल पहले इस पर काम शुरू हुआ था और आज इसका काम पूरा हुआ है। पीएम मोदी ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुये कहा – जब मैं दिल्ली से आ रहा था तो सोच रहा था कि अभी कोई कहेगा कि इसका फीता तो उसने ही काट दिया था। मैं उनसे कहना चाहूंगा कि उनका काम फीता काटना है और हमारी सरकार का काम प्रोजेक्ट को सही समय पर पूरा करना होता है , हम सिर्फ फीता काटने पर विश्वास नहीं करते हैं। यह डबल इंजन की सरकार और उसके काम का कमाल है कि सरयू नहर परियोजना में पांच दशक से ज्यादा काम पांच साल में हो गया है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकार माफियाओं को संरक्षण देती थी , अब उनके ऊपर बुलडोजर चल रहा है। पहले महिलायें घर से बाहर निकलने से पहले सौ बार सोचती थीं पर अब अपराधी अपराध करने से पहले सौ बार सोचता है और जेल में दुबक कर रहता है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं के लिये काम कर रही है। यही कारण है कि पीएम आवास योजना के तहत दिये जाने वाले घर महिलाओं के नाम पर दिये गये हैं। उनके लिये शौचालय बनाये , घरों में बिजली कनेक्शन दिया और रसोई गैस दी। वहीं प्रधानमंत्री से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले चार दशक से सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना बजट , अंतर-विभागीय समन्वय के अभाव में रुकी हुई थी। अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह परियोजना राज्य की खेती किसानी को समृद्ध करने के लिये तैयार है। प्रधानमंत्री ने किसानों से संबंधित राष्ट्रीय महत्त्व की परियोजनाओं को प्राथमिकता से पूरा किया है।
गौरतलब है कि बलरामपुर में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के उद्घाटन समारोह में शिरकत करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरा , जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद हेलीकॉप्टर से प्रधानमंत्री , राज्यपाल और मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल के लिये रवाना हुये। कार्यक्रम स्थल पहुंचकर पीएम ने सरयू नहर परियोजना के मॉडल का निरीक्षण किया , इसके बाद मंच पर पहुंचकर पीएम मोदी ने हाथ हिलाकर सभी लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने मोदी – मोदी के नारे लगाये। इसके पश्चात उन्होंने सरयू नहर परियोजना का लोकार्पण किया। देश की बागडोर सम्हालने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली बार बलरामपुर में कदम रखा। उन्होंने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मस्थली की मिट्टी को नमन करने के साथ बड़ी सौगात दी। बता दें कि प्रधानमंत्री सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के उद्घाटन से बड़ी जनसंख्या को फायदा होगा , इससे 14 लाख हेक्टेयर से ज्यादा भूमि की सिंचाई के लिये पानी मिलेगा। इस नहर परियोजना से गोंडा , बलरामपुर , बहराइच , श्रावस्ती , बस्ती , महाराजगंज , सिद्धार्थनगर , संत कबीरनगर और गोरखपुर समेत नौ जिलों के लगभग 29 लाख किसानों को लाभ मिलेगा। इससे पूर्वांचल में बाढ़ और सूखे की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी , अब क्षेत्र के किसान बड़े स्तर पर पैदावार कर सकेंगे और क्षेत्र की कृषि उत्पादक क्षमता का लाभ उठायेंगे।इस परियोजना पर करीब 9800 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की लागत आयी है। इसमें से 4600 करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रावधान पिछले चार सालों में किया गया है। परियोजना में पांच नदियों– घाघरा , सरयू , राप्ती , बाणगंगा और रोहिणी को आपस में जोड़ने का भी प्रावधान किया गया है , ताकि क्षेत्र के लिये जल संसाधन का समुचित उपयोग सुनिश्चित हो सके।इस अवसर पर उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत , उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य उपस्थित थे।

Ravi sharma

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