अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
बिलासपुर — नगर निगम में इस बार महापौर और सभापति पद पर कांग्रेस ने अपना कब्जा जमा लिया है। कांग्रेस पार्षद रामशरण यादव को निर्विरोध नगर निगम का महापौर चुन लिया गया है। जबकि भाजपा ने इस चुनाव में हिस्सा नहीं लिया। इसी तरह सभापति शेख नजिरुद्दीन भी निर्विरोध निर्वाचित हो गये हैं। पर्यवेक्षक और मंत्री रविन्द्र चौबे ने वरिष्ठ नेता और पिछड़ा वर्ग से आने वाले रामशरण यादव को महापौर प्रत्याशी घोषित किया। उनके नाम पर सभी पार्षदों ने सहमति जतायी थी। गौरतलब है कि 70 वार्ड वाले बिलासपुर नगर निगम में 38 वार्डों पर कांग्रेस और 32 वार्डों पर भाजपा के पार्षदों को जीत मिली थी। इस तरह यहां कांग्रेस अपना महापौर बनाने के लिये मजबूत स्थिति में शुरूआत से ही दिख रही थी।बिलासपुर में महापौर की सीट सामान्य होने से इस बात की अटकलें थी कि कांग्रेस की सामान्य वर्ग के पार्षद को महापौर बना सकती है। लेकिन भावी समीकरणों को देखते हुये कांग्रेस ने रामशरण यादव को अपना प्रत्याशी बनाया। रामशरण यादव जो कि दो बार पहले भी पार्षद रह चुके हैं। पिछली बार भी रामशरण यादव महापौर पद के प्रत्याशी थे, लेकिन वे भाजपा के किशोर राय से चुनाव हार गये थे। रामशरण यादव को संगठन का बेहद करीबी माना जाता है, लिहाजा पार्टी ने उन्हें अपना महापौर प्रत्याशी बनाया गया था।