अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर — 82%आरक्षण के विरोध में आज सामान्य वर्ग हित सुरक्षा आंदोलन के बैनर तले बूढ़ा तालाब रायपुर धरना स्थल में विशाल एक दिवसीय धरना आंदोलन संपन्न हुआ। इस आंदोलन में वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन, विश्व ब्राहमण संघ,प्रदेशीय कान्यकुब्ज समाज,राजपूत समाज,क्षत्रिय समाज,सिंधी समाज, सिख समाज, अग्रवाल समाज, मुस्लिम समाज, जैन समाज के लोग विशाल संख्या में उपस्थित हुये। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से विशेष रूप से बिलासपुर, जांजगीर, कवर्धा, दुर्ग, भिलाई, रायगढ़ से लगभग चार हजार की संख्या में सामान्य वर्ग के लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। मंच से विशेष रूप में डॉ उत्कर्ष त्रिवेदी ने बढ़े हुये आरक्षण से होने वाले नुकसान के बारे में मौजूद लोगो को सूचित किया। इनके अलावा डॉ अभिषेक खंडेलवाल ने संविधान के हिसाब से आरक्षण को लागू करने की बात कही। करण गोयल ने सामाजिक समरसता बनाये रखने का निवेदन किया वहीं समीर ठाकुर ने भी मौजूद क्रोधित सामान्य वर्ग के लोगों के समक्ष अपनी बात रखी। एक दिवसीय धरना का मुख्य बिंदु बढ़े हुये 82 फीसदी आरक्षण का विरोध दर्ज करवाना था इसके अलावा सामान्य वर्ग आयोग का गठन, मौजूदा आरक्षण व्यवस्था की समीक्षा एवं क्रीम/नॉन क्रीमी लेयर की पुनः समीक्षा की मांग भी की गयी। धरना स्थल में मौजूद सभी लोगो ने एक स्वर में सरकार को सामान्य हितो से खिलवाड़ ना करने की सख्त हिदायत दी। आंदोलन में फैसला लिया गया कि 82% आरक्षण वापस नही लेने परये आंदोलन और सामान्य वर्ग की टीम आगे भी और उग्र प्रदर्शन करेगी। आज के धरना प्रदर्शन में मुख्यरूप से रायपुर से डॉ उत्कर्ष त्रिवेदी,डॉ अभिषेक खंडेलवाल,अमन शर्मा,वेद राजपूत,बिलासपुर से मोहित मिश्र,अभिनव पांडेय,पुणेश्वर मिश्र,करण गोयल,रायगढ़ विश्वजीत दस अभय गुप्ता,भिलाई से गौरावशालक दुबे,दुर्ग से आकाश ठाकुर कवर्धा से अभिषेक पांडेय , जाँजगीर चाँपा से पुष्पेन्द्र तिवारी सहित विभिन्न जिलों से लगभग चार हजार की संख्या में लोग उपस्थित रहे। धरने के बाद रैली के माध्यम से जिलाधिकारी महोदय को राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री,गृहमंत्री,राज्यपाल, मुख्यमंत्री महोदय के नाम रायपुर एसडीएम अग्रवाल को ज्ञापन सौपकर पंद्रह दिनों में इस विषय पर जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर सामान्य वर्ग सुरक्षा हित आंदोलन उग्र आंदोलन के लिये बाध्य होगा। मंच का संचालन वेदांत मिश्र एवं आभार प्रदर्शन आशीष दुबे के द्वारा किया गया।