आप सभी से आशीर्वाद लेने झींझक आया हूं – राष्ट्रपति कोविंद

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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कानपुर — महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज सफदरजंग रेलवे स्टेशन से महाराजा एक्सप्रेस से रवाना होकर कानपुर त्रिदिवसीय प्रवास के मद्देनजर सेंट्रल कानपुर स्टेशन पहुंचे। राष्ट्रपति के सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन पहुँचने पर वहां रेलमंत्री पीयूष गोयल और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने उनका स्वागत किया। कानपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद सोमवार को महामहिम इसी ट्रेन से लखनऊ पहुंचेंगे। सेंट्रल स्टेशन पर महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की और रेलवे की तरफ से जीएम , डीआरएम , प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त समेत कानपुर सेंट्रल के निदेशक हिमांशु शेखर उपाध्याय ने उन्हें रिसीव किया। राष्ट्रपति के ट्रेन के कोच से उतरकर कैंट साइड में स्टेशन के बाहर पोर्टिको तक पहुंचने के दौरान फूलों की खुशबू भी बिखरती नजर आयी , इसके अलावा हरियाली के लिये पौधे और फूलों से रास्ते को सजाया गया था। कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचने से पहले यह ट्रेन बीच में कानपुर देहात के झिंझक और रुरा दो जगह रुकी। झींझक स्टेशन पर ट्रेन से उतरते ही राष्ट्रपति का जोरदार स्वागत किया गया। ट्रेन में उनकी पत्नी भी मौजूद हैं। प्लेटफार्म पर पहुंचते ही राष्ट्रपति कोविंद ने हाथ जोड़ सभी का अभिवादन किया। उसके बाद मंच पर राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि मैं 2019 से अपनी जमीन पर आने की सोच रहा था अब आया हूं। अपनों के बीच आने की खुशी को मैं चंद शब्दों में बयां नहीं कर सकता हूं। दोस्तों और परिवार से मिलने का जो सुख है वो मैं यहां आकर महसूस कर पा रहा हूं। परौंख से झींझक , कानपुर , पटना होकर राष्ट्रपति भवन पहुंच गया। मैं आशीर्वाद देने नहीं बल्कि आपसे आशीर्वाद लेने आया हूं। इस दौरान स्टेज पर राष्ट्रपति के कुछ बचपन के दोस्त भी मौजूद रहे। यहां संबोधन के दौरान राष्ट्रपति ने झींझक की गलियों , घंटों ट्रेन का इंतजार करते स्टेशन , झींझक में मिठाई की दुकान और अपने मित्रों की समृतियां भी साझा की। उन्होंने कहा कि कुछ अपने इस अदृश्य बीमारी कोरोना के कारण हमें छोड़कर चले गये , ऐसे सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। झींझक में पंद्रह मिनट रूकने के बाद वे रूरा पहुंचे और यहां स्नेही स्वजनों से मिलकर कहा कि आप सभी के आशीर्वाद से ही मैं राष्ट्रपति भवन पहुंचा हूं। इसके पश्चात वे यहां से कानपुर सेंट्रल के लिये रवाना हो गये। कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनका स्वागत किया। प्रेसिडेंट ट्रेन के आगे-पीछे दो छोटी ट्रेनें एस्कॉर्ट करती दिखीं। आगे चार कोच की ट्रेन में रेलवे के एक्सपर्ट थे जो सुरक्षा की निगरानी कर रहे थे और पीछे वाली ट्रेन में सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े अधिकारी व सुरक्षा बल थे। कानपुर सेंट्रल से महामहिम राष्ट्रपति सीधे सर्किट हाउस सड़क मार्ग से रवाना हो गये , यहां किसी से उनकी भेंट मुलाकात नही हुई और सर्किट हाउस में ही उन्होंने डिनर किया। राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी सविता कोविंद , बेटी स्वाति और बेटा प्रशांत कोविंद भी पहुंचे हुये हैं। महामहिम के कानपुर दौरे को लेकर चार स्तरीय सुरक्षा है। स्पेशल कमांडो के अलावा दस जिलों की पुलिस फोर्स , आरपीएफ और जीआरपी को तैनात किया गया है। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा की पुख्ता तैयारियां की गई हैं। व्यवस्था सम्हालने के लिये राष्ट्रपति भवन और सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े शीर्ष अधिकारी भी हैं।

महामहिम का कार्यक्रम
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महामहिम राष्ट्रपति कल 26 जून को शहर में पुराने परिचित लोगों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद 27 जून को सुबह वे हेलीकाप्टर से पैतृक गांव परौंख और पुखरायां कस्बा जायेंगे। यहां सबसे पहले पथरी देवी मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे फिर डा० भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। महामहिम के पुश्तैनी घर को मिलन केन्द्र में तब्दील कर दिया गया है। इसके बाद वे प्राईमरी स्कूल के कार्यक्रम में शामिल होकर बड़े बुजुर्गो का सम्मान करेंगे। फिर पुखराया के लिये रवाना होंगे , यहां एक घंटे का स्वागत कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे डेढ़ घंटे लंच और विश्राम करेंगे। फिर आधा घंटा स्थानीय लोगों से भेंट मुलाकात के बाद वे एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से कानपुर के लिये रवाना हो जायेंगे। यहां रात्रि विश्राम के बाद 28 जून को सुबह 10:20 बजे प्रेसीडेंशियल ट्रेन से लखनऊ रवाना होंगे , ट्रेन में ही ब्रेकफास्ट लेंगे। लखनऊ में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद वे 29 जून को शाम 04:30 बजे एयरफोर्स के विमान से दिल्ली लौट जायेंगे।

Ravi sharma

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