अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
वाराणसी – सर्वभूतहृदय यतिचक्रचूड़ामणि धर्मसम्राट स्वामी श्री करपात्री जी महाराज से दीक्षित शङ्कराचार्य परंपरा के निर्वाहक कवर्धा निवासी आनंद परमानंद सरस्वती का आज देर शाम कांशी वास के दौरान देवलोक गमन हो गया। संत मंडली एवं पारिवारिक जनों की उपस्थिति में जहाँ करपात्री जी को जलसमाधि दिया गया था उसी के समीप केदारघाट पर इनको भी जलसमाधि दिया गया। गौरतलब है कि उनको विगत दिवस ही कांशी में श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी ने आतुर सन्यास की दीक्षा दी थी। वे अस्वस्थता के चलते इन दिनों कांशी वास कर रहे थे। वे अपने पीछे पत्नी , तीन पुत्रों और दो पुत्रियों सहित भरा पूरा परिवार छोंड़कर गये हैं।