आकर्षण की केंद्र बनी दुर्गा मां की मुस्कुराती जीवंत प्रतिमा

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नरसिंहपुर — इस शारदीय नवरात्रि के अवसर पर पूरे देश में साधना और भक्ति का माहौल है। जगह-जगह पंडाल लगे हैं और लोगों द्वारा मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित कर उनकी पूजा-अर्चना की जा रही है। इस नवरात्रि में इन दिनों मां दुर्गा की मुस्कुराती हुई जीवंत मूर्ति की तस्वीर और बीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है , जिसे सभी लोग अपने ही घरों में विराजित देवी मां की बताकर वाहवाही लूटने में लगे हुये हैं। सौम्य स्वरूप में साक्षात विराजित मां दुर्गा के बारे में पाठकों की जिज्ञासाओं को देखते हुये हमारी मीडिया टीम ने इसकी तहकीकात कर सच्चाई को सबके सामने उजागर करने का प्रयास किया है। बताते चलें कि देश भर में चर्चित वात्सल्य से भरी सौम्य मुस्कान बिखेरती सिंहवाहिनी देवी मां की यह मूर्ति मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर बरहटा गांव के गुप्ता मोहल्ला में विराजित हैं। करूणा बरसाती प्रतिमा को देखने से लगता है कि जैसे वो अभी बोल पड़ेंगी। सुंदर और मुस्कुराती हुई देवी मां के चेहरे में इतने मनमोहक भाव है कि जो भी दर्शन के लिये पहुंचता है , वह एक समय के लिये मां को देखते ही रहता है। मां की मुस्कुराती हुई जीवंत प्रतिमा का आकर्षण ही ऐसा है कि आसपास के जिलों से भी सैकड़ों किलोमीटर दूर से लोग इस देवी मां को देखने आ रहे हैं , यह गांव इस समय आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मूर्ति को देखकर लोग कलाकार के हुनर की भी जबरदस्त प्रशंसा कर रहे हैं। यहां आने वाले भक्तों की प्रतिमा के साथ सेल्फी लेने की होड़ मची हुई है। भक्तों का कहना है कि प्रतिमा को देखने के बाद उस पर से नजरें नहीं हटती। प्रतिमा से बरसती करुणा और मुस्कुराहट लोगों को अपनी ओर खींच रही है। आयोजक मंडल के सदस्यों का कहना है कि भक्तों की बढ़ती तादाद को सम्हालना मुश्किल हो रहा है , उन्होंने प्रशासन से इसमें मदद मांगी है। हालांकि उन्हें इस बात की खुशी भी है कि उनका छोटा सा गांव पूरे देश में मशहूर हो रहा है। इसे वे मां दुर्गा की कृपा मान रहे हैं , जिसके चलते यह छोटा सा गांव नवरात्रि के दौरान तीर्थ क्षेत्र में बदल गया है। इस जीवंत मूर्ति का निर्माण छिंदवाड़ा जिले के सिंगौड़ी के मूर्तिकार पवन प्रजापति पिता राजेंद्र ने किया है। मूर्तिकार ने मीडिया से बातचीत में कहा क‍ि हमारे परिवार में यह काम वर्षो से होता आया है , हम कुछ नया बनाने की हमेशा सोचते हैं। मां की कृपा से हम इतना कमा लेते हैं क‍ि हमारी साल भर की गुजर हो जाती है। देवी मां की इस मुस्कुराती हुई जीवंत प्रतिमा के निर्माण करने की प्रेरणा के बारे में पूछे जाने पर पवन ने कहा कि कोरोना में बहुत से लोगों ने अपनों को खो दिया है जिससे वे मायूस हैं। उनकी उदासी दूर करने के लिये देवी माता के मुस्कुराते हुये चेहरे वाली मूर्ति बनायी , जिसे देखकर लोग अपने गमों को कुछ भूल सकेंगे। सभी लोग खुश रहें और जीवन में आगे बढ़ें , इसी भावना के साथ माता रानी की यह मूर्ति बनायी है। मूर्तिकार पवन ने आगे बताया कि घर में मूर्ति बनाने का कार्य पुस्तैनी है जिससे उसे भी बचपन से मूर्तियां बनाने का शौक है। उसकी बनाई प्रतिमायें छिंदवाड़ा जिले के साथ ही नरसिंहपुर , होशंगाबाद , बैतूल , सिवनी जिले तक जाती हैं। नरसिंहपुर के बरहटा में देवी के जिस स्वरुप की प्रतिमायें तैयार कर दी है वैसी ही कुछ और प्रतिमायें दूसरे जिले में भी दी गई हैं। इस बार देवी की विभिन्न मुद्राओ-स्वरुप वाली करीब 35 प्रतिमायें तैयार की गई हैं। इसी तरह छिंदवाड़ा के पास सारना में माता के बाल स्वरूप की सुंदर प्रतिमा विराजित है जिसे देखने लोग पहुंच रहे हैं।

Ravi sharma

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