अंधे कत्ल की कातिल पत्नी गिरफ्तार , एक फरार-रायपुर

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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रायपुर — दो दिन पहले राजधानी के बीएसयूपी कालोनी सरोरा थाना डीडी नगर में हुये गार्ड की अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुये पुलिस ने कातिल पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं उसका सहयोगी आरोपी पुरूष मित्र फरार है , पुलिस की टीम उसकी तलाश हेतु रींवा रवाना हो चुकी है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गत दस दिसंबर को मृतक गार्ड की भतीजी हर्षिता शुक्ला को सूचना मिली कि उसकी चाची कंचन शुक्ला के पास फोन आया था कि आपके पति विनयशंकर शुक्ला सरोना स्थित बीएसयूपी कालोनी, सालासर ग्रीन के पीछे ब्लाक नंबर पाँच के मकान नंबर तीन में अंदर चित अवस्था में पड़ा हुआ है , उनके मुँह , नाक से खून निकल रहा है , आवाज देने पर कोई जवाब नही मिल रहा है और बाहर से ताला लगा हुआ है। जिसकी पुष्टि करने हेतु वह अपने दोस्त के साथ मौक पर पहुंँचकर घर का दरवाजा तोड़कर देखी तो सूचना सही निकली , इसकी जानकारी डायल 112 को दी गयी। घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी सुश्री योगिता खापर्डे स्टाफ के साथ मौके पर पहुंँची। शव का निरोक्षण करने पर मृतक के सिर के पीछे , बायें आंख के किनारे व गाल के उपरी हिस्से पर चोट का निशान मिला। घटना पर मर्ग क्रमांक 0/20 कायम कर शव को पोस्टमार्टम हेतु मेकाहारा रवाना किया गया। किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या करने की आशंका पर थाना डी डी नगर में अज्ञात के विरुद्ध अपराध कमांक 491/20 धारा 302 मादवि कायम कर विवेचना में लिया गया। मृतक की पत्नि कंचन शुक्ला निवासी आजाद नगर बजरंग नगर रींवा से ग्यारह दिसंबर को अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रायपुर पहुँची।इस दौरान थाना डीडी नगर एवं सायबर की टीम आरोपी तलाश में जुटी हुई थी। आसपास पड़ोसियों से पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि आठ दिसंबर शाम को एक महिला और एक लड़का मृतक से मिलने उसके घर आये थे और उन्होंने पड़ोसी के धर का बाथरूम भी इस्तेमाल किया था।मृतक के कार्यस्थल जी० के० फोर्ड सरोना में भी साथ काम करने वाले लोगों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा भी बताया कि आठ दिसंबर शाम 05:30 बजे के आसपास एक औरत मृतक विनय शंकर से मिलने आयी थी , दोनों में कुछ देर बात हुई। फिर मृतक अपने सहकर्मियों को मेहमान आये हैं , इन्हें घर छोड़कर आता हूँ कहकर औरत को घर लेकर चला गया। वहीं मृतक की भतीजी हर्षिता शुक्ला से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताय गया कि मृतक एवं उसकी पत्नी कंचन के संबंध अच्छे नहीं थे और दोनों काफी समय से अलग अलग रह रहे थे। दस दिसंबर को मृतक की पत्नी जो मेरी चाची है ने मुझे फोन करके बताया कि चाचा के फोन नंबर से मुझे और मेरे भाई रोहित को काल आया था कि उसके पति के घर पर दो दिन से दरवाजे के बाहर ताला लगा हुआ है। और उसका पति अपने कमरे में मृत अवस्था में पडा हुआ है। जिसकी पुष्टि करने पहुँची तो घटना वास्तविक निकली। सायबर सेल के द्वारा मृतक , उसकी पत्नी, उसकी भतीजी एवं अन्य संदेहियों का तत्काल कॉल डिटेल निकाला गया। विश्लेषण के दौरान ज्ञात हुआ कि मृतक की पत्नि आठ दिसंबर को रायपुर आयी थी परंतु उसके द्वारा रायपुर आने की बात अपने परिवारवालों से छुपाया गया था। मृतक की पत्नि कंचन पुलिस द्वारा पूछताछ के समय भी रायपुर आने से इंकार करती रही। मृतक की पत्नी कंचन से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपराध स्वीकार करते विवरण बताया कि दिनांक आठ दिसंबर शाम को मैं अपने पति को बिना बताये रीवा से रायपुर मिलने आयी थी। साथ में काम कराने वाले हरिओम कुशवाहा को भी लेकर आयी थी। मैं पहले अपने पति जहांँ काम करते हैं वहां जाकर उनसे मिली जहाँ से हम तीनों मेरे पति के मकान में आ गये। उनके कमरे में बातचीत के दौरान उन्होंने मेरे गले में सोने की चैन और लॉकेट देखकर लॉकेट को मुझसे छीनने की कोशिश करते हुये मेरा गला पकड़ लिया। मेरे साथ आये हरिओम ने मुझे बचाने के लिये मेरे पति का गला पकड़ लिया और मैंने अपने पति को जोर से धक्का दिया जिससे उसके चेहरा खटिया के खुरा से टकरा गया और उसके बायें आँख और गाल में चोट आयी। वे उठकर फिर से मेरा गला पकड़ने लगा तभी मैंने और हरिओम ने मिलकर उसे झकझोरते हुये उसके सिर दीवार पर मारा जिससे वह बेहोश होकर गिर गया। हमने हिला डुलाकर देखा वह मर चुका था। मैंने अपने पति का मोबाइल अपने साथ रख लिया फिर मैं और हरिओम अपने पति के घर में बाहर से ताला लगाकर चले गये। जहां से बिलासपुर होते हुये रींवा लौट गये। रीवा से दस दिसंबर सबको भ्रमित करने व अपने आप को बचाने के लिये हरिओम के किराये के मकान से मेरे कहने पर हरिओम ने मेरे पति के मोबाइल से मेरे भाई रोहित को फोन करके बताया कि मृतक का मोबाइल उसके कमरे के बाहर पड़ा हुआ था और कमरे के बाहर ताला लगा हुआ है। इस प्रकार पुलिस द्वारा तथ्यों की बारीकी से विश्लेषण करते हुये आरापी को गिरफतार कर लिया गया। वहीं दूसरे आरापी की तलाश हेतु एक टीम रींवा रवाना कर दिया गया है।

Ravi sharma

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