पटना — 02 अक्टूबर गांधी जयंती से शुरू होकर बिहार के हर ज़िले से गुजरते हुए बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ के न्याय यात्रा का समापन बीते तीस नवंबर को पटना में बिहार राज्य पंचायत परिषद के सभागार में हुआ था।
जिसके बाद आज 05 दिसंबर को बिहार राज्य पंचायत परिषद सभागार में निर्णायक महाबैठक समझ सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। आज के कार्यक्रम कि अध्यक्षता पंच सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री अमोद कुमार निराला एवं मंच संचालन श्री मनीष पांडे ने किया।आज के बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिपक्ष के पूर्व पंचायती राज मंत्री सह संघ संरक्षक डा० भीम सिंह एवं सत्ता पक्ष कि नवादा कि विधायक सह संघ संरक्षिका श्रीमती नीतू सिंह भी मौजूद रहे।
आज कि बैठक में बिहार के हर ज़िले से संघ के पदाधिकारी , सहयोगी सैकड़ों कि संख्या मौजूद थे। मुख्य अतिथि को संघ कि ओर से पाग, अंगवस्त्र, पुष्पहार से सम्मानित किया गया। साथ ही सभी आगंतुक संघ पदाधिकारियों को पूष्पहार एवं अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया।प्रदेश अध्यक्ष श्री निराला ने संघ के सभी पदाधिकारियों को सम्मानित करते हुए न्याय यात्रा को सफल बनाने के लिए सबका आभार जताया।
वहीं मुख्य अतिथि डा० भीम सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ग्राम कचहरी का सुचारू और सक्षम होना नितांत आवश्यक है। उन्होंने संघ कि आवश्यकता समाज और सिस्टम कि जरूरत है इस बात पर बल दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि जो संभव होगा हम प्रयास करेंगे।हम इसके लिए प्रधानमंत्री से भी मिलने के लिए प्रयासरत हैं और जब भी उनसे मुलाकात होगी हम इस विषय को जरूर रखेंगे। गौरतलब है कि श्री सिंह ने पंचायती राज मंत्री के पद पर रहते हुए ग्राम कचहरी हित में कई काम किए थे जिसके लिए संघ सदैव उनका आभारी रहता है।
वहीं मुख्य अतिथि श्रीमती नीतू सिंह ने भी संघ कि सभी मांगों को जायज बताया और कहा कि हम प्रयासरत हैं। हमारी कोशिश है कि सरकार इस आवश्यक आवश्यकता को समझें। गौैरतलब कि वर्षों से पंच-सरपंच संघ अपनी ग्यारह सुत्री मांगों को लेकर संघर्षरत है और हैरानी कि बात यह है कि सरकार, मुख्यमंत्री, पदस्थ विभागीय मंत्री, अधिकारी सब लोग दर्जनों बार संघ के मांग से संबंधित आश्वासन दे चुके है मगर नतीजा आज भी सिफर है।
सरकार के इस सौतेलेपन व्यवहार से क्षुब्ध होकर संघ ने यह न्याय यात्रा निकाला था।संघ के आपसी सहमति के आधार पर आज कि बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 12 जनवरी 2024 को संघ के सभी पंच, सरपंच, उपसरपंच सामुहिक रूप से बिहार के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे और यह आग्रह करेंगे कि इस ग्राम कचहरी व्यवस्था को बंद कर दिया जाए। आगामी 12 जनवरी 2024 को पटना के गांधी मैदान में बिहार के सभी पंच, सरपंच, उपसरपंच एकत्रित हो कर सामुहिक रूप से राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।यह लोकतंत्र के इतिहास में पहली घटना होगी जिसमें लाखों कि तादाद में लोकतांत्रिक रूप से चुनाव जीते हुए जनप्रतिनिधि सरकार कि नीतियों से क्षुब्ध होकर इस्तीफा देने कि हालत में है। हालांकि संघ को उम्मीद है कि सरकार 12 जनवरी से पहले हमारी मांगों पर सहमति जता सकती है।आज कि बैठक में मुख्य रूप से संघ के उपाध्यक्ष वशिष्ठ कुमार निषाद,महासचिव सुनील कुमार तिवारी,आर के सेठी, पुष्पांजली कुमारी,अजय कुमार,प्रहरी अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह, सचिव अनिल कुमार,भागवत राम, शिवनारायण पंडित, अरविंद कुमार ,नागेश्वर प्रसाद, किरणदेव यादव, रामविनय कुमार, धर्मेंद्र पांडेय,मनोज कुमार मंटू,राजीव कुमार राय, जगन्नाथ यादव, आदि मौजूद थे।