राज्य स्तरीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित,नशे कि समस्या से समाधान संभव-डा० मनोज कुमार-पटना

पटना-आज राज्य बाल संरक्षण समिति,समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार के तत्वावधान में दो दिवसीय आवासीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण समारोह का समापन पटना में किया गया.इस अवसर पर संपूर्ण बिहार के जिला स्तर के कार्यरत काउंसलर (डीसीपीयू,काउंसलर)का प्रशिक्षण विषय विशेषज्ञों द्वारा दिया गया.प्रशिक्षण में डॉ॰ मनोज कुमार,मनोवैज्ञानिक द्वारा बिहार के बच्चों में नशा लेने की मुख्य समस्या को रखा गया.

इन्होने बताया कि बिहार के बच्चों में एल एस डी संबंधित ड्रग्स जैसे टेबलेट,व्हाइटनर इत्यादि,कैनेबिज संबंधित गांजा,भांग,चरस इत्यादि, स्टुमलेन्ट ड्रग्स जैसे शराब,ताड़ी,आदि और गैरकानूनी नारकोटिक्स रिलेटेड ड्रग्स बहुत बढ गया है.इन सब मुददे का समाधान काउंसलर कैसे करें,इसके लिए डा. कुमार ने सरल,सहज तरीके सिखाये.इस अवसर पर मनोवैज्ञानिक डा .मनोज द्वारा राज्य भर से आये काउंसलर्स की मदद से नशा लेनेवाले बच्चों की पहचान हेतु एक टूल्स विकसित किया गया.इस कार्यक्रम का उदेश्य बिहार के बच्चों में व्यापत नशा दुरूपयोग व इससे होनेवाले दुष्प्रभाव को कम करने का है.कल और आज के प्रशिक्षण में प्रशिक्षु काउंसलिंग अधिकारियों को विभिन्न नशा जो बिहार के बच्चों में लोकप्रिय हैं उसके बारे में विस्तृत जानकारी दि गयी. इस अवसर पर सभी 38 जिलों के काउंसलर्स को ड्रग्स लेने वाले बच्चों के त्वरित पहचान व उनके पुनर्वास के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए तकनीक पर जोर दिया गया.यह ट्रेनिंग 17-10-19 से आज(18-10-19)तक चला और इसमें हर प्रतिभागियों को ड्रग्स से प्रभावित बच्चों के जीवन में बदलाव तथा इस समस्या को समाप्त कर नयी राह तक पहुँचाने में काउंसलर की मदद की भूमिका को विशेष महत्व दिया गया.


इस कार्यशाला में श्री मनीष कुमार,प्रोग्राम आफिसर,प्रशिक्षण,राज्य बाल संरक्षण समिति,बिहार,श्री राजकुमार शाह असि० प्रोग्राम,राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार,स्वास्थ्य विभाग,बिहार सरकार के प्रतिनिधि गण,यूनिसेफ कंन्सलटेन्ट मो.शाहिद जावेद,श्री सुनिल झा,श्रीमती रेशमी झा,नारकोटिक डिपार्टमेंट से श्री अमर शंकर,सिस्टर निवेदिता मेमोरियल ट्रस्ट से श्री चंदन कुमार द्वारा भी प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया.इस अवसर पर राज्य सरकार की ओर से इस तरह के कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन बिहार के विभिन्न जिलों में कार्यरत बालक/बालिका गृह/पर्यवेक्षण गृह में कार्यरत अन्य काउंसलर्स को भी आगामी महीने नवंबर में इस तरह के प्रशिक्षण राजगीर,नालंदा मे करवाने के संबंध मे कहा गया ताकि डीसीपीयू काउंसलर्स के कंधे से कंधा मिलाकर यह कार्य गृह काउंसलर्स भी कर सकें तथा इसका व्यापक लाभ नशे से पीड़ीत बिहार के बच्चों को मिल सके.

Ravi sharma

Learn More →