अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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जगन्नाथपुरी — ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्धनमठ पुरीपीठ उड़ीसा में यतिचक्रचूड़ामणि सर्वभूतहृदय धर्मसम्राट् स्वामी श्रीकरपात्री जी महाभाग के 113 वें प्राकट्य महोत्सव के पूर्व दिवसों में राष्ट्ररक्षा एवं राष्ट्र निर्माण के उद्देश्य से आयोजित कार्यक्रम के अंतर्गत राजधर्म विषय पर तीन दिवसीय संगोष्ठी आज से प्रारम्भ हुआ। संगोष्ठी के प्रथम दिवस आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आज की परिस्थिति में राजनीति की परिभाषा , राजनीति के पर्याय और उद्देश्य एवं मूलमन्त्र को ठीक से परिभाषित करने के लिये चर्चा में सम्मिलित किये जाने पर उन्होंने सबको धन्यवाद दिया। उन्होंने आगे कहा कि इसका आयोजन निश्चलानन्दजी महाराज के निर्देशानुसार हो रहा है यह बहुत ही सराहनीय और अनुकरणीय कार्य है मैं इसके लिये साधुवाद देता हूंँ। अभी जिस विषय को लेकर यह गोष्ठी का आयोजन किया गया है , इसके शुरूआत में ही जगद्गुरु शंकराचार्य ने जो बातें कही हैं उसके अलावा कोई दूसरा परिभाषा नहीं हो सकता। राजनीति की परिभाषा जो अभी हम लोगों ने सुना है उसके बाद कुछ कहने सुनने का रह नहीं जाता।