मदनवाड़ा नक्सली हमले की होगी न्यायिक जांच-बघेल

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

राजनांदगांव — छत्तीसगढ़ के सबसे चर्चित नक्सल हमले में से एक मदनवाड़ा नक्सल हमला मामले की अब न्यायिक जांच होगी। राजनांदगांव जिले के मानपुर थाना क्षेत्र के कोरकोट्टी(मदनवाड़ा) में पुलिस अधीक्षक विनोद चौबे सहित 29 पुलिस जवान नक्सलियों के एम्बुश में फँसकर शहीद हो गये थे। बिलासपुर में शहीद विनोद चौबे की प्रतिमा का अनावरण कर मुख्यमंत्री ने इस हमले की न्यायिक जाँच की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस हमले की जाँच हाईकोर्ट के रिटायर जस्टिस से करायी जायेगी। जाँच के बिंदु जल्द तय कर दिये जायेंगे। स्व.विनोद चौबे चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर जाँच की मांग की गयी थी। सिविल लाईन थाना के सामने प्रतिमा स्थल पर आयोजित इस कार्यक्रम में शहीद विनोद चौबे की पत्नी रंजना चौबे भी मौजूद रहीं।

नक्सल हमले में ये हुये थे शहीद 

इस घटना में पुलिस अधीक्षक विनोद चौबे के साथ निरीक्षक विनोद ध्रुव, उप निरीक्षक धनेश साहू,  उप निरीक्षक कोमल साहू, प्रधान आरक्षक गीता भंडारी, प्रधान आरक्षक संजय यादव, प्रधान आरक्षक जखरियस खलखो, आरक्षक रजनीकांत, आरक्षक लालबहादुर नाग, आरक्षक निकेश यादव, आरक्षक वेदप्रकाश यादव, आरक्षक श्यामलाल भोई, आरक्षक बेदूराम सूर्यवंशी, आरक्षक लोकेश छेदैया, आरक्षक अजय भारव्दाज, आरक्षक सुभाष बेहरा, आरक्षक रितेश देशमुख, आरक्षक मनोज वर्मा, आरक्षक अमित नायक, आरक्षक टिकेश्वर देखमुख, आरक्षक मिथलेश साहू, आरक्षक प्रकाश वर्मा, आरक्षक सूर्यपाल वटटी, आरक्षक झाडूराम वर्मा, आरक्षक संतराम साहू और सातवीं वाहिनी सीएएफ  भिलाई के दो प्रधान आरक्षक दुष्यंत राठौर और सुंदरलाल चौधरी भी शहीद हो गये थे। 

Ravi sharma

Learn More →